अवधनामा ब्यूरो
लखनऊ. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए बचाव व उपचार की प्रभावी व्यवस्था बनाए रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को नियंत्रित रखने तथा इस महामारी के उपचार के लिए प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में सभी प्रकार के संसाधन उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास कोविड-19 से सफलतापूर्वक निपटने का गहन अनुभव है. उन्होंने अर्जित किए गए अनुभव तथा संसाधनों के बेहतर समन्वय से कोविड-19 के खिलाफ जंग को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलाक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पहली कक्षा से आठवीं कक्षा तक के सभी परिषदीय एवं निजी विद्यालयों को 11 अप्रैल, 2021 तक बन्द रखने के निर्देश दिए हैं. इस अवधि में इन विद्यालयों में शैक्षणिक कार्य बन्द रहेगा, जबकि शिक्षक प्रशासनिक कार्यों के लिए स्कूल आते रहेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण के सम्बन्ध में लोगों को जागरूक करने के लिए पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी इस्तेमाल किया जाए. कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए मास्क का अनिवार्य उपयोग, सेनिटाइजेशन तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन सुनिश्चित किया जाए. सार्वजनिक स्थलों पर यदि लोग मास्क न लगाएं, तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए.
मुख्यमंत्री ने पूरे राज्य में कोविड अस्पतालों की बहाली की स्थिति की रिपोर्ट आज शाम तक उपलब्ध कराने के निर्देश देते हुए कहा कि कोविड-19 के मद्देनजर एल-2 तथा एल-3 कोविड अस्पतालों की संख्या बढ़ाई जाए. टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेन्ट की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
उन्होंने कहा कि जो लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं, उनकी निरन्तर मानिटरिंग की जाए और हालचाल लिया जाए. उन्होंने निगरानी समितियों को सक्रिय करने के निर्देश देते हुए सर्विलांस सिस्टम को प्रभावी बनाने के लिए कहा. उन्होंने कहा कि त्योहारों तथा पंचायत चुनाव के दृष्टिगत बाहर के राज्यों से लोग वापस उत्तर प्रदेश आ रहे हैं. ऐसे में गांवों में कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी कदम उठाएं जाएं.
मुख्यमंत्री ने जनपद लखनऊ, कानपुर नगर, मेरठ, वाराणसी, प्रयागराज, गाजियाबाद, आगरा में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश देते हुए कहा कि इन जनपदों में एल-2, एल-3 बेडों की संख्या बढ़ाई जाए. कोरोना से जंग में इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर्स की महत्वपूर्ण भूमिका है. उन्होंने सभी जिलाधिकारियों तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को प्रतिदिन नियमित तौर पर सुबह कोविड चिकित्सालय में तथा शाम को इन्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर में बैठक कर स्थिति की समीक्षा तथा आगे की रणनीति तय करने के निर्देश दिए.
सीएम योगी ने कहा कि जिन मरीजों का इलाज चल रहा है तथा जो लोग होम आइसोलेशन में रखे गए हैं उनकी जरूरतों का पूरा ध्यान रखा जाए और समस्याओं का समाधान किया जाए. सीएम हेल्पलाइन के माध्यम से मरीजों से लगातार संवाद बनाए रखा जाए. मुख्यमंत्री कार्यालय को प्रत्येक दिन की स्थिति से अवगत कराया जाए.
मुख्यमंत्री ने वैक्सीनेशन की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि पहली अप्रैल, 2021 से 45 वर्ष आयु वर्ग के लोगों को भी टीकाकरण में शामिल किया गया है. इसलिए अब टीकाकरण की गति को बढ़ाना होगा. इसके लिए हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर्स पर भी टीकाकरण हो रहा है. भारत सरकार की गाइडलाइन्स का अनुपालन करते हुए वैक्सीनेशन का कार्य पूरी प्रतिबद्धता से किया जाए. वैक्सीन की वेस्टेज को हर हाल में रोका जाए.
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ इस बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आर.के. तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी. अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव एम.एस.एम.ई. एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एस.पी. गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे.