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समान वेतन कि मांग को लेकर विद्युत परिषद संघ ने किया प्रदर्शन
पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा यूपी राज्य विद्युत परिषद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ के साथ किये गये समझौते,माननीय सर्वो न्यायालय के आदेश को पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा लागू न करने तथा चतुर्थ श्रेणी संविदा कर्मचारियों के हो रहे शोषण को लेकर विद्युत परिषद संघ के कर्मचारियों ने अपनी मुख्य मांगों के साथ ही आंदोलन किया।
राजधानी लखनऊ के शक्ति भवन के पास उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत परिषद चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी संघ ने अपनी मुख्य मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शन में मौजूद संघ के प्रदेश अध्यक्ष रामपाल मिश्रा ने बताया कि पूरे प्रदेश में बिजली व्यवस्था को बनाये रखने में चतुर्थ श्रेणी/संविदा कर्मचारियों की अहम योगदान है।
लेकिन कारपोरेशन हम कर्मचारियों के बारे में तनिक भी नहीं सुनता है जिससे कार्य कर रहे कर्मचारियों को गंभीर चोटें आ जाये, सर की सुरक्षा के लिए भी कोई इंतजाम नहीं करता है जिसको देखते के बावजूद भी पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा कर्मचरियों की आर्थिक, मानसिक एवं शारीरिक शोषण किया जा रहा है। प्रबंधन द्वारा पिछले दिनों पत्रांक संख्या 3226 के तहत माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार समान कार्य का समान वेतन देने के लिए आदेश निर्गत किया गया है। लेकिन पावर कारपोरेशन प्रबंधन द्वारा लागू नहीं किया जा रहा है। साथ ही कर्मचरियों की लम्बित समस्याओं पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
आगे बताया कि उक्त जानकारी को ध्यान में रखकर प्रशासन कारपोरेशन प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई करे । अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम कर्मचारी कर्मिक अनशन शुरू कर दिया जायेगा और आवश्यक पड़ी तो कार्य बहिष्कार भी किया जा सकता है।
रामपाल ने मांग को लेकर बताया कि विभागों की भाति नियमित प्रकार के कार्यो से ठेकेदारी प्रथा समाप्त कर विभागीय संविदा प्रणाली लागू किया जाये।
चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को रू 4200 व 5400 का ग्रेड पे दिया जाये। बिजली विभाग के किसी भी श्रमिक संगठन को इस विभाग में ठेका न दिया जाये। पावर कॉरपोरेशन द्वारा दिये गये आदेशों का पालन न करने वाले अधीक्षक अभिन्ताओं के खिलाफ अनुशास्नात्मक कार्यवाई किया जाये।
सतीश संगम की रिपोर्ट———————-
https://www.youtube.com/watch?v=Ai63RihKTIE&t=2s