Saturday, April 20, 2024
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सच्चाई यही है कि शेर पालतू कभी नहीं बन सकता और कभी भी गुलामी छोड़ कर दहाड़ सकता है ।

BRIJENDRA BAHADUR MAURYA…………..
शेर कभी पालतू नहीं हो सकता है और गुलामी छोड़ कर कभी भी दहाड़ सकता है : परम सिंह
गुलाम सीरियल में रंगीला का किरदार निभाने वाले परम बने राजधानी के मेहमान

लखनऊ । लाइफ ओके पर गुलाम सीरियल के नायर परम सिंह मंगलवार को राजधानी के मेहमान बने । साढ्डा हक के बाद दूसरा सीरियल कर रहे परम ने दिल खोल कर पत्रकारों से बातचीत की । गुलाम सीरियल के बारे में बतातें हुए परम ने कहा कि धारावाहिक में मैं गुलाम बना हूं जो अपनी मॉ की बुरी दशा देख कर गुलामी छोड़ कर बगावत कर देता है । उन्होनें कहा कि सच्चाई यही है कि शेर पालतू कभी नहीं बन सकता और कभी भी गुलामी छोड़ कर दहाड़ सकता है ।
उन्होनें कहा कि सास बहू की घरेलू अनबन और अलौकिक कहानियों के ढेर के बीच हिंदी जीईसी में लाइफ ओके भारत की हृदयस्थली से एक ऐसे रंगीले खलनायक की कहानी लेकर आ रहा है जो निडर और उग्र है लेकिन बेरहमपुर में सिर्फ एक आदमी के हाथ का खिलौना है । समय के साथ वह अपने मालिक वीर के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंकता है। परम सिंह अपने शो गुलाम के 100 एपिसोड पूरे होने और इसे इतना प्यार देने के लिये दर्शकों को धन्यवाद देने के लिये मंगलवार को राजधानी के मेहमान बने ।
शो को शुरू हुये सिर्फ चार महीने हुये हैं लेकिन इसकी लोकप्रियता हर दिन बढ़ती जा रही है। शो हमारे देश में रोज हो रही वास्तविक घटनाओं पर आधारित है जिनके बारे में कभी बात नहीं की गयी। गुलाम के जरिये बलात्कार, महिलाओं को गंजा कर देना आदि क्रूर घटनाओं को एक मंच मिल रहा है जिनके बारे में ज्यादातर कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं की जाती। ऐसी हैरतअंगेज घटनाएं, रोमांचक कहानी और पटकथा में दिलचस्प मोड़ दर्शकों को महिलाओं के बारे में ऐसी घटनाएं देखने को मिलती हैं जो उन्होंने पहले नहीं देखी हैं जिसके साथ एक पालतू शेर की कहानी भी है।
परम सिंह पहली बार खलनायक का मुख्य किरदार निभा रहे हैं। उनका किरदार एक ऐसे इंसान का है जो अपने मालिक के लिये कुछ भी कर सकता है। वह अपने मालिक के लिये शिवानी से शादी करता है और उसे बेरहमपुर की बेरहम धरती पर लेकर आता है। अब कहानी में रंगीला अपने मालिक के खिलाफ जाकर विद्रोह करता है और यहां से बेरहमपुर की किस्मत में बदलाव आना शुरू होता है।
‘‘रंगीला के किरदार में बहुत से रंग हैं। वह बहादुर निडर और अपने मालिक के हाथों की कठपुतली है। लेकिन अब वह पालतू शेर नहीं रह गया है और उसने अपने मालिक के खिलाफ विद्रोह कर दिया है। उसने गुलामी के खिलाफ विद्रोह कर दिया है और अपने मालिक को अब वह चुनौतियां देता रहेगा। रंगीला और वीर के बीच के टकराव को देखना दर्शकों के लिये दिलचस्प होगा,’’ परम सिंह ने कहा।
परम ने आगे बताया, ‘‘रंगीला बेरहमपुर की किस्मत को बदल देगा और मैं इस ट्रैक को लेकर बेहद उत्साहित हूं। इस किरदार में मुझे कई रंग दिखाने का मौका मिला है और इसने मुझे बतौर अभिनेता बेहतर होने का मौका देने के साथ अपार लोकप्रियता भी दी है। मैं उम्मीद करता हूं हम अपने दर्शकों का मनोरंजन इसी तरह करते रहेंगे। हमने हाल ही में शो के 100 एपिसोड पूरे किये हैं और मैं अपने अब तक के सफर से बेहद खुश हूं।’’
लखनऊ के बारे में बात करते हुये परम सिंह ने कहा, ‘‘मेरी माँ कानपुर से हैं इसलिये लखनऊ शहर हमेशा मेरे दिल के करीब रहता है। मुझे यहां की संस्कृति, खाना, यहां के लोग और उनकी मेहमाननवाजी बेहद पसंद है। मैं इस खूबसूरत शहर में आकर और यहां अपना इतना स्वागत देखकर बेहद खुश हूं। मैं खाने का बेहद शौकीन हूं इसलिये मैंने लखनऊ के टुण्डे कबाब और बिरयानी का लुत्फ लिया और कहने की जरूरत नहीं, इससे बेहतर कुछ नहीं हो सकता।

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