श्रमायुक्त कार्यालय में मजदूरों के साथ तारीख-तारीख का खेल
– दबंग फैक्ट्री मालिक के खिलाफ श्रमायुक्त कार्यालय का घेराव किया था मजदूरों ने
– सचेंडी की भगवती फूड्स प्राइवेट लिमिटेड का था मामला
– मजदूरों के मसीहा श्रम विभाग में न्याय के नाम पर मजदूरों को मिली सिर्फ तारीख
– रसूखदार फैक्ट्री मालिक के तलवे चाटते श्रम विभाग के अधिकारी
– उप श्रमायुक्त के सामने मजदूरों ने लगाया था फैक्ट्री मालिक पर नोट बन्दी के दौरान पुराने नोट बदलवाने का आरोप
कानपुर महानगर। सचेंडी थाना क्षेत्र की ब्रांडेड बिस्किट बनाने वाली कंपनी में मजदूरों के साथ मारपीट और हो रहे शोषण के खिलाफ फैक्ट्री के मजदूरों ने विगत दिनों श्रमायुक्त कार्यालय का घेराव किया था। विभागीय अधिकारियों ने उस समय मजदूरों को आश्वस्त किया था कि उनको जल्द ही न्याय मिलेगा। लेकिन महीनों बीत जाने के बाद भी श्रमायुक्त कानपुर कार्यालय के जिम्मेदार मजदूरों के साथ तारीख- तारीख का खेल खेल रहे हैं। जिससे मजदूरों में आक्रोश व्याप्त है।
मामला कानपुर के सचेंडी स्थित भगवती फूड्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का है। यह कंपनी ब्रिटानियाँ, मैरीगोल्ड, 50-50 जैसे ब्रांडेड बिस्किट का टेंडर पर उत्पादन करती है। फैक्ट्री के अंदर विगत दिनों मजदूरों के साथ ठेकेदार और कंपनी जिम्मदारों ने मारपीट की थी। मजदूरों द्वारा घटना की शिकायत सचेंडी पुलिस से की गई लेकिन फैक्ट्री मालिक सुधीर गुप्ता के रसूख के चलते थाना पुलिस ने कोई सुनवाई नहीं की। और उल्टा मजदूरों को ही फर्जी मुकदमें में जेल भेज देने की धमकी दे डाली।
आक्रोशित मजदूरों ने अपने आपको न्याय न मिलता देख मजदूर यूनियन नेता के साथ श्रमायुक्त कार्यालय का घेराव किया था। घेराव के दौरान मजदूरों ने फैक्ट्री मालिक पर नोट बन्दी के दौरान पुरानी करेंसी मजदूरों से बदलवाने का आरोप लगाया था। मजदूरों का कहना था पुराने नोट बदलवाये जाने के उनके पास पूरे सुबूत हैं। उस समय विभाग में चल रही नारेबाजी और हो हल्ले को देख उप श्रमायुक्त अमित मिश्रा ने मजदूरों और फैक्ट्री जिम्मदारों से वार्ता की थी और फैक्ट्री जिम्मदारों को आदेशित किया था कि बिना कारण फैक्ट्री से निकाले गये मजदूरों को काम पर लें और उनकी उचित माँगों को मानें। लेकिन दबंग फैक्ट्री मालिक ने उपश्रमायुक्त के आदेशों को भी दरकिनार कर दिया। तब से मजदूर अपने न्याय के लिये श्रमायुक्त कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। श्रमायुक्त कार्यालय पहुँचे आक्रोशित मजदूर पुष्पेंद्र सिंह, अंकित कुशवाहा, त्रिवेणी, दीपू, अभिषेक, ललिता, सीमा, शांति, दीपेंद्र, राधा, गायत्री, वन्दना, शिल्पी, राजो सहित सैकड़ों मजदूरों ने कहा कि श्रम विभाग उनको बार बार वार्ता की तारीख देकर टाल रहा है। उनका कहना था कि इस बार अगर विभागीय जिम्मदारों ने तारीख दी तो हम लोग लामबंद होकर जिलाधिकारी कार्यालय के सामने धरने पर बैठेंगे।
सर्वोत्तम तिवारी की रिपोर्ट