लखनऊ । किसी भी राज्य के विकास और खुशहाली में संग्रहीत राजस्व की बड़ी भूमिका होती है। क्योंकि इस संग्रहीत राजस्व से ही राज्य सरकार द्वारा विकास और लोक कल्याणकारी कार्याें को सम्पादित किया जाता है यह बात प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कही ।
इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में यूपी वाणिज्य कर सेवा संघ के 52वें वार्षिक अधिवेशन के उद्घाटन के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी ने आगे कहा कि दृष्टिगत वाणिज्य कर विभाग के दायित्व अत्यन्त महत्वपूर्ण है क्योंकि राज्य सरकार द्वारा संग्रह किये जाने वाले राजस्व का सर्वाधिक भाग वाणिज्य कर विभाग द्वारा ही संग्रहीत किया जाता है।
उन्होने कहा कि प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश और प्रदेश के सर्वांगीण विकास के संकल्प को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। देश की अर्थव्यवस्था को नया आयाम देने के लिए प्रधानमंत्री द्वारा 1 जुलाई, 2017 को ‘एक राष्ट्र, एक बाजार, एक कर’ की संकल्पना को मूर्तरूप देते हुए से पूरे राष्ट्र में समान कर-प्रणाली जीएसटी लागू की गयी।
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में सफलतापूर्वक जीएसटी लागू होने पर अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश ने राजस्व संग्रह में अच्छा काम किया है। आवश्यकता इस बात की है कि इसे और बेहतर ढंग से लागू किया जाए, जिससे आने वाले समय में अधिक से अधिक व्यापारियों को पंजीकृत कर राजस्व बढ़ाने का काम किया जा सके।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने कार्यक्रम का शुभारम्भ दीप प्रज्ज्वलित कर किया। इस अवसर पर उन्होंने संघ की स्मारिका ‘संवाद’ का विमोचन भी किया।
इस मौके पर मुख्यमंत्री जी ने वाणिज्य कर विभाग के सेवानिवृत्त अधिकारी श्री एचएन राव को उ0प्र0 अधीनस्थ सेवा चयन आयोग का सदस्य बनने तथा सुश्री कंचन सिंह गौर को क्लीमंजारों एवं एल्बु्रस पर्वत शिखरों पर विजय प्राप्त करने के उपलक्ष्य में सम्मानित किया।
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