दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल एक बार फिर अपने बयान से पलट गए थे। सीलिंग के विरोध में 31 मार्च के बाद अरविंद केजरीवाल ने अनशन करने की घोषणा की थी। अब वह अपने बयान से पटल गए हैं। फिलहाल वह अमर कॉलोनी व लाजपत नगर में व्यापारियों के साथ अनशन नहीं करेंगे। पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि केजरीवाल भूख हड़ताल नहीं करेंगे। बता दें कि केजरीवाल ने कहा था कि अगर 31 मार्चतक सीलिंग नहीं रुकी, तो वे भूख हड़ताल पर बैठेंगे।
व्यापारियों ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री का इंतजार है। अमर कॉलोनी में व्यापारियों ने मंच तैयार कर मुख्यमंत्री को आने को कहा है। व्यापारियों का कहना है कि उन्होंने कई बार मुख्यमंत्री से संपर्क करने का प्रयास किया, लेकिन अभी तक उनकी ओर से कार्यक्रम की पुष्टि नहीं हुई है। 8 मार्च को केजरीवाल ने केंद्र को आगाह किया था कि 31 तक सीलिंग नहीं रुकी तो वे हड़ताल करेंगे।
उधर, शुक्रवार शाम को पार्टी की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया कि मुख्यमंत्री केजरीवाल फिलहाल सीलिंग पर भूख हड़ताल नहीं करेंगे। वे सीलिंग के मसले पर सुप्रीम कोर्ट में होने वाली सुनवाई पर करीब से नजर रखेंगे। सर्वोच्च न्यायालय 2 अप्रैल से सीलिंग पर सुनवाई शुरू करेगा। 31 मार्च को केजरीवाल हरियाणा में रोड शो कर रहे हैं। दिल्ली सरकार ने इसके लिए दो वरिष्ठ वकील नियुक्त किए हैं।
ट्रेड एसोसिएशन और वकीलों ने केजरीवाल से अपील की है कि उनकी भूख हड़ताल से कोर्ट नाराज हो सकती है। इससे केस का परिणाम प्रभावित होने की संभावना है। इसीसे भूख हड़ताल की योजना अभी स्थगित कर दी है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि केजरीवाल के लिए सीलिंग का मुद्दा सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट जैसा है। मुख्यमंत्री को अनशन की घोषणा करनी नहीं चाहिए थी, क्योंकि मुख्यमंत्री खुद अनशन पर बैठेंगे तो दूसरे क्या करेंगे।
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