Thursday, April 25, 2024
spot_img
HomeMarqueeएक लैपटॉप की कीमत से ज्यादा टोंटी की कीमत नहीं:अखिलेश यादव

एक लैपटॉप की कीमत से ज्यादा टोंटी की कीमत नहीं:अखिलेश यादव

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के सरकारी बंगले को खाली करने से पहले ही तोड़फोड़ का मामला अब बड़ा हो गया है. राज्यपाल राम नाईक ने इस मामले में कार्रवाई करने के लिए राज्य की योगी सरकार से सिफारिश की है, वहीं जांच कराने की भी बात कही गई है. अब इसी मामले को लेकर अखिलेश यादव ने मीडिया को संबोधित किया.

अखिलेश यादव ने कहा कि वो घर मुझे मिलने जा रहा था, इसलिए मैंने उसे अपने तरीके से बनाने का काम किया था. अखिलेश ने कहा कि आपने मेरे घर की टोंटी दिखाई, क्या मुख्यमंत्री के OSD वहां पर गए थे और उनके अलावा भी कई IAS ने वहां का दौरा किया था.

अखिलेश ने कहा कि मेरे घर में मंदिर देखकर लोगों को जलन हो रही है. कुछ लोग जलन में अंधे हो गए हैं. उन्होंने कहा था कि जिस समय ये घर हमें मिला था, काफी हालत ठीक नहीं थी पिछले एक-साल में मैंने काम करवाया.

मुझे मेरा मंदिर लौटा दो

प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखिलेश ने टोंटी दिखाते हुए कहा कि एक लैपटॉप की कीमत से ज्यादा टोंटी की कीमत नहीं है. उन्होंने कहा कि बंगले में जो मंदिर है वो हमने बनवाया था, हमें मेरा मंदिर लौटा दो. अखिलेश ने कहा कि दो निर्दोष जिलाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. लेकिन आज भी पूरे यूपी में बड़े पैमाने पर ओवरलोडिंग हो रही है.

उन्होंने कहा कि ये लोग गोरखपुर की हार स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम मानते हैं कि ये फैसला सुप्रीम कोर्ट का था लेकिन सरकारें भी षडयंत्र करती हैं. अखिलेश बोले कि टोंटी तो बहुत छोटी चीज है, हमारी कुछ चीजें मुख्यमंत्री आवास में भी हैं ऐसा है तो हमें वो भी वापस कर दीजिए.

अखिलेश ने कहा कि अगर जांच में कोई चीज गायब मिले तो उसे हम वापस देने को तैयार है लेकिन ये लोग जले भुने लोग हैं. इन्हें काम से कोई मतलब नहीं है, क्या ये सरकार ऐसा बस स्टैंड बना सकती है. पूर्व यूपी सीएम बोले कि ये अधिकारी लोग मुझसे कहते थे कि आपका एहसान नही भूलूंगा, आज बदल गए.

अखिलेश ने गवर्नर राम नाईक पर आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यपाल के अंदर संविधान की आत्मा नहीं है, बल्कि आरएसएस की आत्मा है.

राज्यपाल ने दिखाई सख्ती

इस मामले में राज्यपाल राम नाईक ने कहा कि आम लोगों से वसूले गए टैक्स के पैसों से सरकारी बंगलों का रखरखाव होता है और बंगला खाली करने से पहले की गई तोड़फोड़ बहुत ही गंभीर और अनुचित मामला है, ऐसे में इस पर विधिसम्मत कार्रवाई की जानी चाहिए.

‘सरकारी संपत्ति को पहुंचाया नुकसान’

राज्यपाल ने शासन को लिखे पत्र में कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री के बंगले में तोड़फोड़ किए जाने को लेकर लोगों में चिंता और चर्चा है इसलिए इसकी जांच कराई जानी चाहिए. पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के सरकारी बंगले 4 विक्रमादित्य मार्ग में खाली करने से पहले किया गया तोड़फोड़ बहुत ही गंभीर और गलत मामला है. इसमें सरकारी संपत्ति को नुकसान पंहुचाया गया है.

राज्य सरकार सौंपेगी रिपोर्ट

सरकारी बंगले में तोड़फोड़ पर राज्यपाल की ओर से कार्रवाई के लिए लिखी गई चिट्ठी के बाद अब राज्य संपत्ति विभाग इस मामले पर बुधवार को रिपोर्ट सरकार को सौंप सकता है. इससे पहले मंगलवार को राज्यपाल ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को बुलाकर बंगले में तोड़फोड़ की पूरी जानकारी ली.

राज्यपाल राम नाईक ने राज्य संपत्ति विभाग के अधिकारियों को बुलाकर पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगलों के आवंटन और रखरखाव की जानकारी ली, अधिकारियों ने बताया कि तमाम पूर्व मुख्यमंत्रियों के बंगलों की वीडियो रिकॉर्डिंग कराई गई है.

सपा ने किया पलटवार

राज्यपाल के सरकार को लिखे इस सिफारिशी खत के बाद अखिलेश यादव की मुश्किलें बढ़ सकती हैं, साथ ही इस मुद्दे पर प्रदेश में राजनीति एक बार फिर गरमा सकती है.

राज्यपाल की इस सिफारिश के बाद समाजवादी पार्टी की प्रवक्ता जूही सिंह ने कहा कि राज्यपाल की एक चिट्ठी मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के लिए भी लिखी गई थी जिसमें उनके ऊपर रिश्वत मांगने के आरोप लगे थे, लेकिन उस चिट्ठी का क्या हुआ जांच के पहले ही अधिकारियों ने क्लीन चिट दे दी.

उनका कहना है कि ऐसे में उनकी चिट्ठी का कोई महत्व नहीं है अगर राज्यपाल की सूची पर कार्रवाई होनी है तो पहले मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के बारे में लिखी गई चिट्ठी पर कार्रवाई हो.

बीजेपी के प्रवक्ता डॉक्टर चंद्रमोहन ने कहा कि अखिलेश यादव की कलई खुल चुकी है और कांग्रेस को इस पर जवाब देना चाहिए कि वो इनका बचाव कैसे करना चाहती है.

आरोपों पर क्या बोले थे अखिलेश?

सरकारी बंगले में तोड़फोड़ के आरोप पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा कि उन पर टोंटी खोलने का आरोप लगाया जा रहा है. फिलहाल वह लखनऊ से बाहर हैं और वापस लौटते ही सबसे पहले टोंटी खरीद कर भिजवा देंगे.

उन्होंने कहा था, ‘अखबार लिख रहे हैं कि हम टोंटी ले गए. बीजेपी सरकार को जो टोंटी चाहिए, मैं भिजवाने को तैयार हूं. अभी दो दिन सैफई में हूं, दो दिन बाद लखनऊ जाऊंगा, बताकर जाऊंगा. जो टोंटी अच्छी होगी दे दूंगा. कह रहे हैं आवास में तोड़फोड़ कर दी है. हमारा समान था, ले गए. अगर आप का एक भी सामान हमने लिया है तो सूची भिजवा देना, इसी एक्सप्रेसवे से सामान भिजवा देंगे.’

दरअसल, लखनऊ के चार विक्रमादित्य मार्ग पर स्थित यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के पुराने सरकारी बंगले के भीतर की जब तस्वीर सामने आई तो हर कोई हैरान था. फर्श की टाइलें उखड़ी हुई थीँ. दीवारों में तोड़फोड़. हर कमरे में तोड़फोड़ के निशान. इन तस्वीरों के सामने आने के बाद आरोप लगा कि अखिलेश ने अपनी विलासितापूर्ण जिंदगी के सबूत छिपाने के लिए ये सब किया है.


अगर आप भी चाहते है अपने मोबाइल पर खबर तो तुरंत इस 9918956492 नंबर को अपने फ़ोन में अवधनामा के नाम से सेव करे और हमे व्हाट्सप्प कर अपना नाम और जिला बताये और पाए अपने फोन पर लेटेस्ट खबरे

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img
- Advertisment -spot_img

Most Popular