पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ईद-ए-मिलाद-उन-नबी के अवसर पर अपने ट्विटर हैंडल से देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि इस पवित्र दिन पर महानवीन हजरत मोहम्मद के जीवन और उनकी शिक्षाओं का स्मरण करना चाहिए, जो विश्व शांति, भाईचारे, न्याय और मानव कल्याण के प्रतीक हैं।
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व इस्लामी कैलेंडर के रबी अल-अव्वल महीने की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। इस दिन को पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इसे “मौलिद” या “जश्न-ए-मिलाद” भी कहा जाता है। इस दिन को पैगंबर मोहम्मद की शिक्षाओं पर चलने और उनके जीवन से प्रेरणा लेने के रूप में मनाया जाता है। खासकर सूफी परंपरा में इसका विशेष महत्व है, और इस दिन को श्रद्धा और उत्साह के साथ मनाया जाता है। इस अवसर पर लोग विशेष प्रार्थनाएं करते हैं, दान देते हैं, और मस्जिदों और घरों को सजाते हैं।
ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का पर्व पैगंबर मोहम्मद के प्रति प्रेम और श्रद्धा का प्रतीक है। इसे दुनिया भर के मुसलमान बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं, और इस दिन पैगंबर के जीवन के आदर्शों को अपनाने और अपने जीवन को उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लेते हैं।