अवधनामा संवाददाता
फाईलेरिया अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु आवश्यक बैठक सम्पन्न
कुशीनगर। आगामी 12 मई से 27 मई तक चलने वाले फाईलेरिया अभियान के सफल संचालन हेतु कलेक्ट्रेट सभागार में अंतर्विभागीय बैठक मुख्य चिकित्साधिकारी की अध्यक्षता में आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि 2030 तक भारत से मलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य सरकार द्वारा रखा गया है जिसके लिए सभी को मेहनत से कार्य करना होगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी सुरेश पटारिया ने उपस्थित अधिकारियों से सहयोग की अपेक्षा करते हुए प्रभारी चिकित्साधिकारियों व अन्य सम्बन्धित को अपने अपने क्षेत्रों में आशा/एन.एम/स्वास्थ्य कार्यकर्ता के माध्यम से लोगों को मलेरिया एव अन्य वेक्टर जनित रोगों से बचाव के प्रति जागरूक किया जाने पर जोर दिया गया। उन्होंने मलेरिया के प्रमुख लक्षणों जैसे तेज बुखार, तेज सरदर्द, शरीर दर्द, ठंड लगना/कपकपी लगना व उल्टी आना आदि की जानकारी जनमानस को दी जाने की हिदायत दी। साथ ही उक्त लक्षण दिखने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पहुँचकर मलेरिया की जांच अवश्य कराने तथा चिकित्सक के देख रेख में समुचित उपचार कराने हेतु आमजन को जागरूक किये जाने का निर्देश दिये। उन्होंने बताया कि यह बीमारी संक्रमित मादा एनोफिलीज मच्छर के काटने से होती है। मलेरिया से बचाव के लिये पूरी बाँह के कपड़े पहने, मच्छरदानीका इस्तेमाल करें, मच्छर रोधी क्रीम/अगरबत्ती का इस्तेमाल करें घरों के अंदर कीटनाशक छिड़काव कराये खुली हुई नालियों में जला हुआ मोबिल/मिट्टी का तेल डाल दें जिससे मच्छर का लार्वा नष्ट हो जाये। मच्छरों के बचाव और लछण दिखने पर तुरंत जांच और इलाज बचाव का बेहतर उपाय है।इन बातों का प्रचार प्रसार प्रभावी तरीके से सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने मलेरिया की दवा को शत प्रतिशत खिलाने के सम्बंध में सभी को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
इस अवसर पर डीपीओ शैलेन्द्र कुमार राय, डा0 वी0के0 वर्मा, डा0 ताहिर अली, डा0 एस0एन0 सिंह, डा0 संजय गुप्ता, डीएमओ आनन्द तिवारी, डा0 रोहित सहित अन्य विभागों के अधिकारी, व प्रभारी चिकित्साधिकारी आदि उपस्थित रहे।
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