अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। कलेक्ट्रैट सभा कक्ष में जिलाधिकारी आलोक सिंह की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की मासिक बैठक का आयोजन किया गया। उप प्रभागीय वनाधिकारी ललितपुर द्वारा बैठक का शुभारम्भ करते हुए विगत माह में आयोजित जिला पर्यावरण समिति एवं जिला गंगा संरक्षण समिति की बैठक के एजेंडा बिन्दुओं पर सम्बंधित विभाग के अधिकारिओं से अनुपालन आख्या उपलब्ध कराने को कहा गया। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रवाहित नालियों के मुहाने पर जालियां लगाने का कार्य शीघ्र पूर्ण करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी द्वारा जनपद के सुराई घाट में एस.टी.पी. के निर्माण कार्यों की समीक्षा की गयी। जनपद में ध्वनि प्रदूषण को कम करने हेतु साइलेंट जोन बनाने हेतु पुलिस क्षेत्राधिकारी, यातायात एवं क्षेत्रीय अधिकारी, उ.प्र. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, झाँसी को निर्देश दिए गए। पॉवर जनरेशन प्लांट्स से जनित फ्लाई ऐश के सुरक्षित निस्तारण हेतु एवं फ्लाई ऐश द्वारा हो रहे प्रदूषण के अध्ययन के लिए समिति गठित करने के निर्देश दिए गए। जिलाधिकारी द्वारा अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग को निर्देश दिये गए कि आल्हा-उदल वाटिका को विकसित करने हेतु विस्तृत कार्य योजना बनाई जाये तथा रणछोर धाम, लखंजर एवं ललितपुर में एक वेटलैंड को इको-टूरिज्म स्थल के रूप में विकसित किया जाये जिससे स्थानीय समुदाय के लिये रोजगार के अवसर विकसित हो सके। बैठक में अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) लवकुश त्रिपाठी, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार पाण्डेय, जिला पंचायत राज अधिकारी नवीन मिश्रा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.जे.एस.बक्शी, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका परिषद्, उप प्रभागीय वनाधिकारी सामाजिक वानिकी प्रभाग डा.शिरीन, अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग व अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे। उप प्रभागीय वनाधिकारी सामाजिक वानिकी प्रभाग डा.शिरीन द्वारा सभी उपस्थित अधिकारीयों का आभार व्यक्त किया।