समस्त विकास कार्यों की नियमित मानीटरिंग कर प्रगति को लक्ष्य के सापेक्ष बनाये रखें: मण्डलायुक्त

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मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने मण्डल के जनपदों में हुए विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा करते हुए सभी मण्डलीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि अपने अपने विभाग से सम्बन्धित कार्यों की नियमित रूप से मानीटरिंग करते हुए लक्ष्य के सापेक्ष प्रगति को बनाये रखना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही उन्होंने मुख्य विकास अधिकारियों को भी नियमित रूप से समीक्षा किए जाने का निर्देश दिया। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने मुख्यमन्त्री डैशबोर्ड पर प्रदर्शित प्रगति के आधार पर सोमवार को अपने कार्यालय सभागार में आयोजित मण्डलीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि डैशबोर्ड पर जो भी विसंगतियॉं पाई गयी हैं, सम्बन्धित अधिकारी तत्काल मुख्यालय से सम्पर्क कर उसे सही करा लें। उन्होंने विभागवार कार्यों की समीक्षा के दौरान पशु पालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि निराश्रित गोवंशों के संरक्षण हेतु स्थापित गोआश्रय स्थलों में क्षमता से अधिक गोवंशों को नहीं रखा जायेगा। यदि किसी आश्रय स्थल में अधिक गोवंश हैं तो उसे नियमानुसार अन्य स्थलों पर भेजने की कार्यवाही की जाय।

मण्डलायुक्त ने वन विभाग के कार्यों की समीक्षा के दौरान निर्देश दिया कि नगरीय क्षेत्रों का सर्वे करा कर वृक्षारोपण हेतु उपयुक्त स्थलों का चयन कर लें तथा इसके लिए अलग से कार्य योजना भी तैयार कर लें, ताकि आगामी वृक्षरोपण अभियान के दौरान चयनित स्थानों पर अधिक से अधिक वृक्षों का रोपण कर नगरीय क्षेत्रों को हरा भरा किया जा सके। उन्होंने राशन कार्डों हेतु फैमिली आईडी की समीक्षा में पाया कि आजमगढ़ में 18,604, बलिया में 4,822 एवं मऊ में 4,916 आवेदन प्राप्त हुए थे। प्राप्त आवेदनों में आजमगढ़ में 11,945, बलिया में 1,997 एवं मऊ में 3,139 आवेदन स्वीकृत हुए हैं, जबकि आजमगढ़ में 4,411, बलिया में 2,425 एवं मऊ में 1,749 आवेदन अस्वीकृत हैं तथा शेष आवेदन पर कार्यवाही की जा रही है।

अस्वीकृत आवेदनों के सम्बन्ध में मुख्य विकास अधिकारियों द्वारा अवगत कराया गया कि इसमें अधिकांश आवेदन ऐसे हैं जिनके राशन कार्ड पहले से बने हुए हैं तथा उनके द्वारा आवेदन कर दिया गया है। मण्डलायुक्त श्री चौहान ने लम्बित आवेदनों का शीघ्र निस्तारण करने का निर्देश दिया गया। मण्डलायुक्त मनीष चौहान ने इसी क्रम में मण्डल के जनपदों में धान क्रय की स्थिति का भी जायजा लिया। संभागीय खाद्य नियन्त्रक द्वारा बताया गया कि स्वीकृत सभी क्रय केन्द्र क्रियाशील हो गये हैं। यह भी बताया गया कि मण्डल के जनपदों में तहसीलों द्वारा 12 हजार 859 कृषकों का सत्यापन हो चुका है, लगभग 5 हजार का सत्यापन होना अवशेष है। मण्डलायुक्त ने तीनों जनपद के जिलाधिकारियों से कहा कि सभी क्रय केन्द्रों को चेक करा लें तथा शत प्रतिशत सत्यापन शीघ्र पूरा कराने हेतु अपने स्तर से सम्बन्धित को निर्देशित करें। बैठक में विकास से सम्बन्धित अन्य बिन्दुओं की भी विस्तार से समीक्षा की गयी।

इस अवसर पर जिलाधिकारी आजमगढ़ नवनीत सिंह चहल, जिलाधिकारी मऊ अरुण कुमार मिश्र, सीडीओ आजमगढ़ परीक्षित खटाना, सीडीओ बलिया ओजस्वी राज, सीडीओ मऊ प्रशान्त नागर, अपर आयुक्त-प्रशासन शमशाद हुसैन, संयुक्त विकास आयुक्त धर्मेन्द्र प्रताप सिंह, वन संरक्षक डा. बीसी ब्रम्हा, मुख्य अभियन्ता, लोनिवि योगेन्द्र सिंह, मुख्य अभियन्ता, विद्युत नरेश कुमार, संयुक्त शिक्षा निदेशक दिनेश सिंह, मण्डलीय अर्थ एवं संख्या अधिकारी डा. नीरज श्रीवास्तव, उप निदेशक मत्स्य डा. आरके गौड़, उप निदेशक, समाज कल्याण आरके गौंड़, उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण मीना सिंह, अपर निदेशक पशु पालन डा. अरविन्द कुमार गिरि, सहित अन्य विभागों के मण्डलीय अधिकारी उपस्थित थे।

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