मुंबई। मरीजों के साथ अस्पताल में डाक्टरों और व्यय्स्थाओं से शिकायते और लापरवाहियों की खबरे अक्सर आती रहती हैं। चाहे वह गलत आपरेशन करने जैसे गंभीर मामले हो या फिर गलत दवाओं और गैर जरूरी जांच के जाल में फ़साना हों। महाराष्ट्र के यवतमाल में एक लापरवाही की बड़ी घटना सामने आई है। दरअसल एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर बच्चों के पोलियो ड्राप की खुराक की जगह हैंड सैनिटाइजर पिला दिया गया। यह घटना यवतमाल में घाटानजी के कापसी-कोपारी गांव में एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में रविवार को हुई। फिलहाल घटना का संज्ञान लेते हुए, सोमवार देर रात जिला स्वास्थ्य अधिकारियों ने प्राथमिक जांच के बाद तीन नर्सों को निलंबित कर दिया। रविवार को 1 से 5 साल उम्र के 2,000 से ज्यादा बच्चे अपने माता-पिता के साथ सुबह शुरू किए गए राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत पोलियो टीकाकरण कार्यक्रम के लिए एकत्र हुए थे।
अधिकारियों के मुताबिक कुछ बच्चों को पोलियो ड्रॉप्स के बजाय सैनिटाइजर पिलाया गया, जिसके बाद कई बच्चों के बदन में ऐंठन होने और उल्टी होने लगी। बच्चों की हालत देखकर माता-पिता और वहां के स्वास्थ्य अधिकारियों में खलबली मच गई। सभी बच्चों को इलाज के लिए वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल ले जाया गया। वसंतराव नाइक गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के डीन डॉक्टर मिलिंद कांबले ने कहा ‘सभी बच्चों की हालत अब स्थिर है और उनमें सुधार हो रहा है। उन्हें लगातार निगरानी में रखा जा रहा है। उनकी स्थिति के आधार पर हम उन्हें मंगलवार शाम को छुट्टी देने पर विचार करेंगे।’ वहीं यवतमाल के डीएम एम देवेंद्र सिंह ने रविवार रात अस्पताल का दौरा किया और बच्चों की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बाद में उन्होंने जिला परिषद के सीईओ श्रीकृष्ण पांचाल को महाराष्ट्र के कापसी-कोपारी गांव का दौरा करने और घटना की जांच करने का आदेश दिया।
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