कांग्रेस विधायक असलम शेख को महाराष्ट्र मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने के एक दिन बाद उनका एक पुराना पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें उन्होंने 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट के दोषी याकूब मेमन के लिए दया की अपील की थी। असलम शेख ने पत्र वायरल होने के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहराया है।
असलम शेख महाराष्ट्र के उन नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने मेमन के लिए वर्ष 2015 में दया का अनुरोध किया था। उस वक्त राज्य में भाजपा-शिवसेना की सरकार थी और इन दोनों दलों ने मेमन की मौत की सजा का स्वागत किया था।
शेख मुंबई की मलाड सीट से विधायक हैं। जुलाई 2015 में शेख ने तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को पत्र लिखकर मेमन के लिए दया का अनुरोध किया था। बहरहाल, मेमन की दया याचिका को खारिज कर दिया गया था और मेमन को 30 जुलाई 2015 को नागपुर की एक जेल में फांसी दे दी गई थी।
शिवसेना ने अक्टूबर में हुए विधानसभा चुनाव के बाद मुख्यमंत्री पद पर अपना दावा ठोकते हुए भाजपा से अपना गठबंधन खत्म कर दिया और अपनी पारंपरिक प्रतिद्वंद्वी पार्टियों राकांपा और कांग्रेस से गठबंधन करके राज्य में सरकार बनाई है।
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