जिले के मौदहा कोतवाली क्षेत्र के सिजवाही गांव में 9 मई 2025 को महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित जुलूस के दौरान दो पक्षों के बीच हिंसक झड़प ने इलाके में तनाव का माहौल पैदा कर दिया। जुलूस के दौरान डीजे की धुन को लेकर शुरू हुआ विवाद पथराव और मारपीट में बदल गया। इस दौरान एक पक्ष द्वारा बाबा साहब भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त करने का प्रयास किया गया, जिससे दलित समुदाय में भारी आक्रोश फैल गया। दोनों पक्षों के कई लोग घायल हुए, जिन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भेजा गया था।
घटना का विवरण:
पुलिस सूत्रों के अनुसार, ग्राम चांदी कला, थाना सिसोलर निवासी सार्थक सिंह उर्फ शनि पुत्र विनोद सिंह के नेतृत्व में करीब 15-20 लोगों ने महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर चांदी कला से जुलूस निकाला था। यह जुलूस ग्राम टिकरी होते हुए सिजवाही पहुंचा। जुलूस में डीजे पर गाना बजाए जाने का कुछ स्थानीय लोगों ने विरोध किया। जुलूस में शामिल लोगों ने जवाब दिया कि वे कहीं भी गाना बजा सकते हैं। इस बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी शुरू हुई, जो जल्द ही हिंसक रूप ले लिया। दोनों पक्षों से पथराव हुआ, जिसमें कई लोग घायल हो गए। घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए तुरंत अस्पताल भेजा गया।घटना के दौरान, कुछ उपद्रवियों द्वारा अंबेडकर प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया गया, जिसका स्थानीय लोगों ने कड़ा विरोध किया। इस घटना ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही मौदहा थाना पुलिस, उपजिलाधिकारी , क्षेत्राधिकारी , और भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया था । मामले की गंभीरता को देखते हुए अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट और अपर पुलिस अधीक्षक ने भी मौके पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया था पुलिस ने तत्काल हस्तक्षेप कर भीड़ को तितर-बितर कर दिया था और अतिरिक्त बल तैनात कर शांति व्यवस्था कायम की।आज, 10 मई 2025 को, पुलिस ने सिजवाही निवासी मातादीन पुत्र मांगी की तहरीर के आधार पर मुकदमा अपराध संख्या 161/2025 दर्ज किया है। मुकदमा सार्थक सिंह उर्फ शनि, सौरभ सिंह, रामू, रामजी, राहुल सिंह, रवि, विकास, भूरा, कुन्नू, और कुछ अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धारा 191(2), 115(2), 324(4), 352, 125 बीएनएस व 3(2)VA, 3(1)द/ध SC/ST एक्ट के तहत पंजीकृत किया गया है। पुलिस आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है, और प्रकरण में विवेचनात्मक कार्यवाही प्रचलित है।
दलित समुदाय का आक्रोश:
अंबेडकर प्रतिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश ने दलित समुदाय को गहरे आघात पहुंचाया है। समुदाय के नेताओं ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल और कठोर कार्रवाई की मांग की है। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “बाबा साहब की प्रतिमा हमारी आस्था और सम्मान का प्रतीक है। इसे निशाना बनाना हमारे समुदाय के खिलाफ अपमान है। हम चाहते हैं कि दोषियों को जल्द सजा मिले।”
प्रशासन की अपील:
जिला प्रशासन ने इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर शांति बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए हैं। उपजिलाधिकारी और क्षेत्राधिकारी घटना के कारणों और इसमें शामिल लोगों की पहचान के लिए गहन जांच कर रहे हैं। प्रशासन ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही, यह स्पष्ट किया गया है कि किसी भी तरह की भड़काऊ बयानबाजी या गैरकानूनी गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।