लक्षद्वीप। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज लक्षद्वीप दौरे पर करोड़ों की सौगात दी। पीएम मोदी ने कवरत्ती में 1,156 करोड़ रुपये की लागत से कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान उन्होंने सभा को भी संबोधित किया।
पीएम मोदी ने कहा, ‘आजादी के बाद दशकों तक केंद्र में जो सरकारें रहीं उनकी प्राथमिकता सिर्फ अपने राजनीतिक दल का विकास था। जो दूर-सुदूर के राज्य हैं, जो बॉर्डर पर हैं या जो समुद्र के बीच में हैं, उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया जाता था।’
प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि बीते 10 सालों में हमारी सरकार ने जो बॉर्डर के इलाके हैं, जो समुद्र के छोर के इलाके हैं, हमने उन्हें अपनी प्राथमिकता बनाया है। भारत के हर क्षेत्र और हर नागरिक का जीवन आसान बनाना और उसे सुविधा से जोड़ना ही केंद्र सरकार की प्राथमिकता है। आज यहां लगभग 1200 करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट्स का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। ये इंटरनेट, बिजली, पानी, स्वास्थ्य और बच्चों से जुड़ी परियोजनाएं हैं। इन सभी स्वास्थय परियोजनाओं के लिए आप सभी को बहुत-बहुत बधाई।
पीएम ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हमारी सरकार ने हज यात्रियों की सहूलियत के लिए जो प्रयास किया है, उसका भी लाभ लक्षद्वीप के लोगों को मिला है। हज यात्रियों के लिए वीजा नियमों को आसान बनाया गया है। हज से जुड़ी ज्यादातर कार्रवाई अब डिजिटल होती है। सरकार ने महिलाओं को बिना महरम हज जाने की भी छूट दी है। इन्हीं सब प्रयासों की वजह से उमराह के लिए जाने वाले भारतीयों की संख्या में भारी वृद्धि हुई है।
पीएम ने कहा कि आजादी के अमृत काल में विकसित भारत के निर्माण में लक्षद्वीप ने भी बड़ी भूमिका निभाई। भारत सरकार लक्षद्वीप को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर प्रमुखता से लाने का प्रयास कर रही है। हाल ही में यहां आयोजित जी20 बैठक के कारण लक्षद्वीप को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली है। लक्षद्वीप में दो ब्लू फ्लैग समुद्र तट भी हैं।