घर मे लगी आग फटने से बचा गैस सिलेन्डर मोहल्ले मे मच हड़कम्प

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 मासूम बच्चे को बहादुर युवक ने अपनी जान पर खेल कर बचाया सुरक्षित
लखनऊ।चाौक थाना क्षेत्र अन्तर्गत कटरा आज़म बेग मोहल्ले मे रविवार की सुबह एक घर मे आग लग गई जिस समय घर मे आग लगी उस समय घर मे एक नेत्रहीन पुरूष दो महिलाओ के अलावा 10 बच्चे मौजूद थे । गैस के चूल्हे से कम्बल मे लगी आग से गैस के सिलेन्डर मे आग लगी और देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया चीख पुकार सुन कर आसपास रहने वाले लोग पहुॅचे कई युवाओ ने अपनी जान पर खेल कर घर मे फंसे लोगो को घर से बाहर निकाला । सूचना पाकर चाौक पुलिस और फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुॅची और घर मे लगी अग को बुझा दिया । घर मे लगी आग से कोई जनहानि तो नही हुई लेकिन दो गरीब परिवारो की गृहस्ती का सभी सामान जल कर राख हो गया।
जानकारी के अनुसार चाौक थाना क्षेत्र अन्तर्गत कटरा आज़मबेग मोहल्ले मे मोहम्मद अनस के मकान के नीचे के दो कमरो है । एक कमरे मे रईसा आपने सात बच्चो तल्हा, हमज़ा, ज़ाहिद, साहिल ,कल्लू और दो बेटियों सबिया और नाज़िया के साथ किराए पर रहती है दूसरे कमरे मे सना अपने नेत्रहीन पति सईद तीन बच्चो सुफियान, शुएब और अरशद के साथ रहती है । रविवार की सुबह करीब नौ बजे रईसा अपने कमरे मे गैस के चूल्हे पर चाय बना रही थी तभी अचानक गैस सिलेन्डर का पाईप निकल जाने से करीब मे रख्खे कम्बल मे आग लग गई जिस समय आग लगी उस समय घर दो महिलाए एक पुरूष और दस बच्चे मौजूद थे । आग लगने के बाद मची चीख पुकार सुन कर आसपास के लोग पहुॅच गए और घर के अन्दर मौजूद सभी लोगो को एक एक कर बाहर निकाला । देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया गैस सिलेन्डर मे लगी आग को देख कर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि सिलेन्डर फट जाएगा । रईसा के कमरे से शुरू हुई आग सना के कमरे कमरे तक पहुॅचने मे देर नही लगी रईसा और सना के कमरो मे मौजूद बच्चो को लोगो ने बाहर निकाला ही था कि सना के कमरे मे भी आग तेज़ भड़क गई सना का डेढ़ वर्ष का मासूम बेटा अरशद कमरे मे ही फंस गया बच्चा अन्दर और उसकी माॅ बाहर अपने बच्चे के लिए चीख रही थी और अन्दर अरशद रो रहा था तभी बिल्लौचपुरा के रहने वाले शाहेदीन कुरैशी ने बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी जान को जोखिम मे डाल दिया और आग के बीच से ही शाहेदीन बच्चे को बाहर लाने के लिए कमरे मे दाखिल हो गए और रो रहे मासूम को गोद मे उठा कर बाहर ले आए । मौके पर मौजूद शाहेदीन के दोस्त मलिक ,ताहिर व हुरैरा ने भी बहादुरी की मिसाल पेश करते हुए घर के अन्दर जल रहे गैस के सिलेन्डर को बाहर निकाला और किसी तरह से आग को बुझा दिया । आग लगने की सूचना पाकर चाौक पुलिस और फायर ब्रिगेड की एक गाड़ी मौके पर पहुॅची और दोनो कमरो के अन्दर लगी आग को बुझा दिया। आग लगने से दोनो गरीब परिवारो की न सिर्फ घर की गृहस्ती जली बल्कि घर मे रखा राशन का एक एक दाना भी जल गया। बताया जा रहा है कि जिस समय रईसा चाय बना रही थी उस समय गैस के सिलेन्डर का पाईप अचानक निकला जिससे कम्बल मे आग लगी और सिलेन्डर मे आग लगने की वजह से चन्द मिन्टो मे ही आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। क्यूकि जिस मकान मे आग लगी थी वो मकान घनी बस्ती मे है अगर बहादुर युवाओ द्वारा जलता हुआ गैस सिलेन्डर बाहर निकाल कर बुझाया न जाता तो शायद सिलेन्डर फट भी सकता था और ऐसी दशा मे स्थिति और ज़्यादा भयावाह हो सकती थी। इन्स्पेक्टर चाौक विश्वजीत सिंह ने बताया कि आग लगने से किसी तरह की जनहानि नही हुई है लेकिन दोनो परिवारो के इस्तेमाल की गृहस्ती का सभी सामान जल कर राख हुआ है।
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