- 24 घंटों के दौरान देश में मिले ढाई लाख से ज्यादा केस
अवधनामा संवाददाता
लखनऊ । (Lucknow) संवाददाता, वैश्विक महामारी कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने हिंदुस्तान को झकझोर कर रख दिया है। पिछले 24 घंटों के दौरान देश में ढाई लाख से ज्यादा कोरोना वायरस के मरीज मिले हैं । 24 घंटों के दौरान पूरे देश में 15 सौ से ज्यादा लोगों की मौतें हो गई हैं। संपूर्ण उत्तर प्रदेश में 35 घंटों का कोरोना कर्फ्यू यानी 35 घंटों का लॉकडाउन जारी है । उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पूर्ण रूप से लॉकडाउन का असर देखने को मिला हालांकि साल 2021 में 1 अप्रैल से ही कोरोना के मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा होने के बावजूद आम जनमानस में कोरोना का खतरा नजर नहीं आ रहा था लेकिन कोरोना के विकराल रूप धारण करने के बाद जब मरने वालों की संख्या बढ़ती गई तो भले ही सरकार ने लोगों की आर्थिक स्थिति को देखते हुए संपूर्ण lock-down उनकी घोषणा नहीं की लेकिन जनता ने खुद ही धीरे-धीरे अपने आप को घरों के अंदर कैद करना शुरू कर दिया था साथ ही लखनऊ के महत्वपूर्ण बाजारों के व्यापार मंडलों ने खुद ही बाजारों को बंद करने का ऐलान कर दिया था ।आज रविवार के दिन रमजान के महीने में पुराने लखनऊ की ऐतिहासिक नक्खास की बाजार की रौनक देखने लायक होती थी लेकिन कोरोना की महामारी ने इस बाजार की रौनक को तो छोड़ दीजिए पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है और पूरे प्रदेश मौजूदा समय में स्वास्थ्य संकट से जूझ रहा है । 35 घंटे के लॉकडाउन के दौरान शनिवार रात 8:00 बजे से प्रदेश के समस्त बाजार बंद है लेकिन 35 घंटे के इस lock-down की अवधि में आवश्यक सेवाओं को बहाल रखा गया है । 35 घंटे के लॉक डाउन के दौरान दवा दूध एवं अन्य आवश्यक वस्तु की दुकान है खुली हुई है।
साल 2020 में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान पुराने लखनऊ से अक्सर लॉकडाउन के उल्लंघन की खबरें मिलती थी लेकिन इस बार घातक कोरोना वायरस के खतरे को जनता ने अच्छी तरह से भापकर खुद ही अपने आप को अपने घरों के अंदर कैद कर लिया है । पुराने लखनऊ में पुलिस को लॉक डाउन का पालन कराने के लिए ज्यादा मशक्कत नहीं करनी पड़ी और जनता ने स्वेच्छा से ही अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए लाख डाउन का पालन किया है हालांकि पुलिस जरा भी लापरवाही बरती नजर नहीं आ रही है और कोरोना के खतरे के बीच पुलिस मुस्तैदी से अपनी ड्यूटी को अंजाम देती रही। 35 घंटों के इस लॉकडाउन में नगर निगम के कर्मचारियों ने शहर के तमाम स्थानों पर सैनिटाइजिंग का काम भी जारी रखा मौजूदा समय में कोरोना वायरस उत्तर प्रदेश के कई जनपदों में पूरी तरह से हावी है लेकिन सबसे ज्यादा कहर उत्तर प्रदेश के जिस जिले में अगर देखने को मिल रहा है तो वह है राजधानी लखनऊ इसलिए जरूरत है कि कोरोना वायरस को हराने के लिए सरकार द्वारा जारी की गई गाइडलाइन का पालन करते हुए मास्क अनिवार्य रूप से लगाया जाए और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें। कोरोना के खिलाफ छेड़ी गई लड़ाई ऐसी लड़ाई है जिसमें जनता की भागीदारी के बगैर इस लड़ाई को जीतना नामुमकिन है इसलिए हमें अपनी सुरक्षा के लिए अपनी हिफाजत का इंतजाम खुद ही करना पड़ेगा हालांकि सरकारें भले ही कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने से पहले देश की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत नहीं कर पाई लेकिन हालात को देखते हुए अब सरकारों ने स्वास्थ्य सेवाओं को दुरुस्त करने की कवायद शुरू कर दी है। प्रदेश सरकार ने ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए कई प्लांट लगाना शुरू कर दिए हैं कई प्राइवेट अस्पतालों को कोविड के इलाज के लिए अनुमति दे दी है और कोरोना से निपटने के लिए सरकार नए विकल्पों की तलाश भी कर रही है।
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