ब्यूरो प्रमुख
लखनऊ। बांबे मर्केन्टाइल बैंक कैसरबाग शाखा के पूर्व मैनेजर सैयद रजा हैदर ने बैंक के चेयरमैन जीशान मेंहदी और दो अन्य के खिलाफ कैसरबाग कोतवाली में धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी लोन के जरिये करोड़ों रुपये हड़पने का मामला दर्ज कराया है।
एफआईआर मे ंकहा गया है कि चेयरमैन जीशान मेंहदी और दो अन्य कर्मचारियों बदरे आलम व अनवार अहमद के खिलाफ धोखाधड़ी, जालसाजी और फर्जी दस्तावेजों के जरिये करोड़ों रुपये के फर्जी लोन लेने लिये।
सैयद रजा हैदर ने कहा कि जीशान मेंहदी के खिलाफ पहले भी कई बैंकों पंजाब नेशनल बैंक, बैंक आफ बड़ौदा में जालसाजी का मुकदमा दर्ज हो चुका है, जिसमें वह कई बार जेल जा चुका है और सीबीआई द्वारा भी जीशान मेंहदी को जेल भेजा जा चुका है।
उन्होंने कहा कि जीशान मेंहदी अयोग्य होते हुये भी फर्जी दस्तावेज लगाकर बांबे मर्केन्टाइल बैंक का चेयरमैन बन गया और आरबीआई द्वारा बार-बार केंद्रीय रजिस्टार कोआपरेटिव को लिखा
गया कि जीशान मेंहदी इस पर गैर कानूनी तरीके से आसीन है और वह इसी बैंक के करोड़ों के डिफाल्टर है, लाकिन केंद्रीय रजिस्ट्रार आशीष भूटानी ने कोई कार्रवाई नहीं की, इसके खिलाफ बांबे हाईकोर्ट ने केंद्रीय रजिस्ट्रार को तुरंत चेयरमैन को हटाने का आदेश दिया,परन्तु आशीष भूटानी टाल मटोल करते रहे।
उन्होंने कहा कि बांबे मर्केन्टाइल एक अल्पसंख्यक बैंक है इससे लाखों लोगो की जीविकी और रोजगार चल रहा है, लाखों लोगों का निवेश है। अगर जीशान मेंहदी को तुरंत हटाया नहीं गया तो बैंक का अस्तित्व खतरे में पड़ जायेगा।
सी ओ कैसरबाग ने मुक़दमे के बारे में बताया की मुकदमा दर्ज हुआ है पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस बारे में ज़ीशान मेहदी से बात करने का प्रयास किया गया लेकिन संपर्क नहीं हो सका।
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