निचलौल (महराजगंज)। मौनी अमावस्या स्तन को लेकर त्रिवेणी जाने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों की सीमा पर लंबी कतार लगी हुई थी। बेतरतीब भीड़ को क्रमवार करने के लिए कोतवाली पुलिस व एसएसबी के जवानों को घंटो मशक्कत का सामना करना पड़ा।
बुधवार को हिंदू धर्म का मौनी अमावस्या का त्योहार है। जिसको लेकर मंगलवार से ही श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नेपाल के त्रिवेणी धाम पवित्र स्नान अपने अपने सवारी साधन से जाने लगे है।भीड़ को देखकर लगा कि यह सिलसिला देर रात चलता रहेगा।
नेपाल के त्रिवेणी धाम स्नान से मिलती तृप्ति
नेपाल के त्रिवेणी धाम को स्नान को क्यों उत्तम माना जाता है। त्रिवेणी धाम संगम में स्नान करने से तृप्ति मिलती है। पंडित विश्वंभर पाठक ने बताया कि त्रिवेणी धाम ताम्रभद्र, नारायणी व सोनभद्र तीन नदियों का संगम है। जहां आमवस्या को स्नान ध्यान कर दान करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस संगम में शोहरतगढ़, नौगढ़, नौतनवा, गोरखपुर, बस्ती, कोल्हुई, गोंडा, बहराइच सहित नेपाल के लुंबिनी, भैरहवा, नवल परासी, दांग, रूपांदेही आदि जगहों से पवित्र स्नान के लिए जाते है। श्रद्धालुओं की माने तो भारतीय वाहनों को नेपाल प्रवेश के लिए कस्टम कराना पड़ता है। महेशपुर में कस्टम के लिए एक ही काउंटर होने के कारण भंसार कराने में देर की वजह ही जाम का कारण बन गई।
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