अवधनामा संवाददाता
मोहम्मदी-खीरी(Mohammadi-Kheri)। माह अप्रैल में कोरोना महामारी से जहां चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ था इतनी मौतें हुई कि लोग दहशत में आ गए थे वही कुशल योद्धा की तरह कोरोना को हराने और डयूटी का फर्ज निभाती रही उपजिलाधिकारी स्वाति शुक्ला। कोरोना काल में लोगो को इतनी दहशत थी कि अगर पता चल जाता कि यह व्यक्ति कोरोना से मरे हैं तो अन्तिम संस्कार में ऐसी स्थिति आ गई थी कि न कोई परिवार न रिश्तेदार यहां तक की पुत्र, पत्नी, बेटी आदि ने भी दूरियां बना ली थी। ऐसी स्थिति में पूरी तहसील की जिम्मेदारी संभाले वाली महिला अधिकारी उपजिलाधिकारी स्वाती शुक्ला अपने मासूम नन्हे मुन्ने बच्चे को भी संभालती थी और जनता को भ्रमण कर लगातार कोविड-19 के नियमों का पालन कराती रही। वही कोरोना काल में पंचायत चुनाव शान्तिपूर्ण ढंग से कराया और मतगणना भी निष्पक्ष कराई। लेकिन क्षेत्र में चर्चा का विषय इस बात का बना हुआ है एक महिला अधिकारी अपने मासूम बच्चे को भी संभाला और जनता की हर समस्या का निस्तारण भी किया। उपजिलाधिकारी श्री शुक्ला की 26 मई 2021 को कोरोना जांच कराने के बाद रिपोर्ट पाजिटिव आई तो श्रीमती शुक्ला ने सरकार द्वारा कोविड-19 गाइड लाइन का पालन करते हुए अपने आप को 14 दिनों के लिए होम क्वारंटीन कर लिया। डाक्टरों की सलाह पर दवाइयां लेने के साथ-साथ खान-पान पर विशेष ध्यान देती रही हैं और जनता उनको मोबाइल से अपनी समस्या बताती रही है वो उस समस्या का निस्तारण तत्काल करवाती रही।ं इस सम्बन्ध में जानकारी लेना चाही तो उन्होंने बताया तहसील क्षेत्र की जनता और मेरे कर्मचारी मेरा परिवार है ऐसे में कोविड के नियमों का पालन करते हुए जनता की हर शिकायत का तत्काल निस्तारण कर रहे हैं। ताकि क्षेत्र से समस्या लेकर आए किसी भी फरियादी को निराश होकर ना जाना पड़े और बताया कर्म ही सबसे बड़ा धर्म है। डयूटी का फर्ज सभी को निभाना चाहिए इसी मूल मंत्र के तहत काम कर रही हूं।