अवधनामा संवाददाता
बाराबंकी (Barabanki)। अवधनामा अखबार के जिला संवाददाता आदिल तन्हा ने जनपद वासियों को स्वतंत्रता दिवस की दिली मुबारकबाद दी है। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के हांथों गुलाम रहे हिन्दुस्तान को आजादी दिलाने के लिए अनगिनत कुर्बानियां हुईं। कितने ही शहीदों के लिए वतन ही सबकुछ रहा। जरूरत है उन देश के सच्चे सपूतों को दिल से याद करने की, आजादी की कीमत बनाये रखने की। यह सभी का कर्तव्य है। याद रहे, भावी पीढ़ी भी वही याद रखेगी जो हम सिखाएंगे। आइये संकल्प लें कि इस आजादी को हम अविजित, अकाट्य, अखंड बनाये रखने के लिए हम सबकुछ कुर्बान कर देंगे।
आदिल तन्हा ने उस दौर की याद ताजा करते हुए बयां किया कि 15 अगस्त 1947 स्वतंत्रता की प्राप्ति के बाद भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने जवाहरलाल ने दिल्ली के लाल किले पर भारतीय झंडा फहराने के बाद भारतीयों को संम्बोधित किया। इसी प्रथा को आने वाले दूसरे प्रधानमंत्रीयों ने भी आगे बढ़ाया जहां झंडारोहण, परेड, तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम आदि हर साल इसी दिन आयोजित होते हैं। कई लोग इस पर्व को अपने वस्त्रों पर, घर तथा वाहनों पर झंडा लगा कर मनाते हैं।
उन्होंने बताया कि 15 अगस्त की मध्यरात्रि को अपने भाषण “’ट्रिस्ट वीद डेस्टिनी”, के साथ पंडित जवाहर लाल ने भारत की आजादी की घोषणा की। साथ ही कहा कि, वर्षों की गुलामी के बाद ये वो समय है, जब हम अपना संकल्प निभाएंगे और अपने दुर्भाग्य का अंत करेंगे।
भारत एक ऐसा देश है जहां करोड़ों लोग विभिन्न धर्म, परंपरा, और संस्कृति के एक साथ रहते है और स्वतंत्रता दिवस के इस उत्सव को पूरी खुशी के साथ मनाते हैं। आदिल तन्हा ने अपील की कि इस दिन, भारतीय होने के नाते, हमें गर्व करना चाहिये और ये वादा करना चाहिये कि हम किसी भी प्रकार के आक्रमण या अपमान से अपनी मातृभूमि की रक्षा के लिये सदा देशभक्ति से पूर्णं और ईंमानदार रहेंगे।
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