डुमरियागंज सिद्धार्थनगर। डुमरियागंज तहसील में आज बृहस्पतिवार को उतर प्रदेश लेखपाल संघ के बैनर तले धरना-प्रदर्शन किया इस धरने के लिए संघ ने 15/7/2025 को ही लिखित पत्र उप जिलाधिकारी को दिया था आज सुबह कार्य काल शुरू होते ही संघ के पदाधिकारी एवं सदस्य काम काज छोड़कर धरने पर बैठ गये जिससे लोगों को अपना कार्य करवाने में परेशानी उठानी पड़ी संघ के लोगों का कहना था कि एक तहसील प्रशासन द्वारा प्रदेश में नंबर एक की उपाधि लेने के चक्कर में तहसील के सभी ग्रामों के खतौनी में किसानों का अंश गलत लगा दिया गया है।
प्रशासन के गलती के कारण सैकड़ों किसान प्रतिदिन तहसील का चक्कर लगाने को मजबूर है। गलती तहसील प्रशासन /तहसीलदार व उपजिलाधिकारी ने किया और किसान ये समझती है कि लेखपाल ने मेरा अंश गलत लगा दिया। जिस प्रकार से तहसील प्रशासन द्वारा प्राइवेट ऑपरेटरों से किसान का अंश गलत कर दिया उसी प्रकार से तत्काल उनका अंश सही किया जाएगा। और दोषी अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय।
लेखपाल वरासत कर देते है, लेकिन फीडिंग समय से नहीं होता। समय से वरासत का फीडिंग कराया जाय और परिषदादेश के अनुसार मृतक किसानों के वारिसान को निःशुल्क खतौनी दिया जाय।
पट्टेदार किसानों को भूमिधरी अधिकार प्रदान किया जाए जिससे वे तमाम सरकारी योजनाओं का लाभ ले सके।
तहसीलदार डुमरियागंज द्वारा नियम बिरुद्ध तरीके से 29 लेखापाल का हल्का स्थानांतरण किया गया। हल्का स्थानांतरण का आदेश किसी भी लेखपाल को नहीं दिया गया तथा तहसीलदार द्वारा दिनांक 8 जुलाई 2025 की रात 9 बजे लेखपालों को व्यक्तिगत फोन करके मौखिक रूप से सभी लेखपालों को यह कहकर हल्का का चार्ज का मौखिक रूप से बैंक डेट ने परिवर्तन करा लिया गया कि जिलाधिकारी मुझे सस्पेंड कर देगे।
मै आप लोगों को हल्का स्थानांतरण का आदेश नहीं दे पाया मुझे बचा लो और जिलाधिकारी महोदय से झूठ बोलकर खुद की कमी और गलतियां छिपाने के लिए तीन निर्दोष लेखपालों को निलंबित करा दिया गया। तीनों लेखपालों का निलंबन तत्काल वापस हो और हल्का स्थानांतरण आदेश न देने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय।
लेखपालों का अंकपत्र तहसील के अधिकारियों द्वारा गायब कर दिया गया है। लेखपालों का अंक पत्र दिलाया जाय। अंक पत्र गायब करने वाले जिम्मेदार अधिकारियों के विरुद्ध कार्यवाही किया जाय वहीं संघ के मंत्री देवेन्द्र कुमार ने कहा कि यदि उपरोक्त बातों को नहीं माना जाएगा तो संघ ये धरना प्रदर्शन चालू रखेगा।