भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा ) का एक संयुक्त प्रतिनिधि मण्डल हाथरस में दरिंदगी की शिकार पीड़िता दलित युवती के परिवार से मिलने आज हाथरस पहुंचा।
प्रतिनिधि मण्डल में माकपा के महासचिव कामरेड सीताराम येचुरी, भाकपा के महासचिव कामरेड डी राजा, माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य कामरेड बृंदा करात, भाकपा की राष्ट्रीय सचिव कामरेड अमरजीत कौर, माकपा उत्तर प्रदेश के राज्य सचिव कामरेड हीरालाल यादव तथा भाकपा राज्य सचिव डॉ गिरीश आदि नेता शामिल थे।
प्रतिनिधिमंडल ने पीड़ित परिवार से मिलने के बाद बताया कि दलित परिवार पूरी तरह से डरा हुआ है अपनी सुरक्षा को लेकर और उसे अपने प्रति न्याय पाने की भी आशंका है
वामपंथी दलों ने यह मांग की है कि सरकार को हर हालत में संविधान के निर्देशों का पालन करना चाहिए और पीड़ित दलित परिवार को न्याय मिलना चाहिए इसी के साथ ही हर हालत में उनकी सुरक्षा का इंतजाम सरकार की प्राथमिकता होनी चाहिए। प्रतिनिधि मंडल ने कहा कि न्याय पाना भारत के प्रत्येक नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। हर दशा में यह सरकार कि जिम्मेदारी बनती है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाए। पीड़ित परिवार को भी सी बी आई की अपेक्षा न्यायिक जांच पर अधिक भरोसा है।
प्रतिनिधि मंडल में गए वाम नेताओं ने मांग की इस मामले की जांच सर्वोच्च न्यायालय के जज से कराईं जाए।इसी प्रकार पीड़ित परिवार को अपनी सुरक्षा ओर साक्ष्यों से छेड़छाड़ का भी भय सता रहा है। सुरक्षा और साक्ष्यों को सुरक्षित रखने के लिए भी सरकार व्यवस्था करे।
प्रतिनिधि मंडल ने सरकार के रवैये की आलोचना की कि सरकार के मुखिया मुख्यमंत्री अभी तक पीड़ित परिवार से मिलने नही गए इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है। वाम नेताओं ने पीड़ित परिवार को दुःख और संकट की इस घड़ी में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन दिया।