गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय गोरखपुर (एमजीयूजी) के नर्सिंग एवं पैरामेडिकल संकाय के नर्सिंग विभाग में स्वास्थ्य शिक्षा कार्यक्रम के तहत ‘गर्भाशय का ग्रीवा कैंसर# विषय पर व्याख्यान का आयोजन किया गया।
मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित बिड़ला प्रजनन क्षमता एवं आईवीएफ, गोरखपुर की बांझपन रोग विशेषज्ञ डॉ.आकृति ने बताया कि गर्भाशय ग्रीवा कैंसर महिलाओं में पाया जाने वाला एक गंभीर लेकिन रोके जाने योग्य कैंसर है। यह ह्यूमन पैपिलोमावायरस (एचपीवी) संक्रमण के कारण होता है। भारत में यह दूसरा सबसे आम स्त्री रोग संबंधी कैंसर है, जिससे हर साल हजारों महिलाओं की मृत्यु होती है। इसके प्रमुख कारणों में एचपीवी संक्रमण, असुरक्षित यौन संबंध, धूम्रपान, कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र और कुपोषण शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि इसके प्रारंभिक लक्षणों में अनियमित योनि रक्तस्राव, दुर्गंधयुक्त स्राव और श्रोणि में दर्द शामिल हैं। पैप स्मीयर टेस्ट और एच.पी.वी. डी.एन.ए. टेस्ट से इसका प्रारंभिक निदान संभव है। इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण उपचार जैसे सर्जरी, रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी आदि शामिल हैं। इसके रोकथाम के लिए एच.पी.वी. टीकाकरण, सुरक्षित यौन संबंध, धूम्रपान से बचाव और नियमित स्क्रीनिंग आवश्यक है। सही और समय पर स्क्रीनिंग से इस घातक बीमारी को रोका जा सकता है और जीवन बचाया जा सकता है। नर्सिंग कॉलेज की प्रमुख डॉ. डीएस अजीथा ने मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंटकर उनका अभिनंदन किया। इस अवसर पर अभिषेक सिंह, सुजाता, आकाश त्रिपाठी, बीएससी नर्सिंग चतुर्थ वर्ष की छात्राएं उपस्थित रहीं।