लेबनान के हिजबुल्ला समूह ने वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद नामेह नासिर की मौत के जवाब में बृहस्पतिवार को इजराइल के कई सैन्य ठिकानों पर रॉकेट और ड्रोन से हमला बोला। हिजबुल्लाह ने दावा किया कि उसने एक घंटे में 200 रॉकेट दागे। ईरान समर्थित आतंकी समूह का हमला लेबनान-इजराइल सीमा पर महीनों तक चले संघर्ष में सबसे बड़े हमलों में से एक है। हताहतों की तत्काल कोई रिपोर्ट नहीं है। वहीं इजराइल ने जवाबी हमला करते हुए सोनिक बूम की गूंज से पूरा लेबनान सहम गया।
हिजबुल्ला ने कहा है कि अगर हमास और इजराइल के बीच संघर्ष विराम होता है तो वह अपने हमले रोक देगा। हिजबुल्ला हमले के बाद इजराइल ने भी दक्षिणी लेबनान के विभिन्न शहरों पर हमला बोला। इजराइली सेना ने कहा कि उसने दक्षिणी सीमावर्ती कस्बों रामयेह और होउला में उसके ठिकानों पर हमला बोला है। लेबनान की सरकारी राष्ट्रीय समाचार एजेंसी ने बताया कि इस बीच इजराइली जेट विमानों की सोनिक बूम कई क्षेत्रों में सुनाई दी।इजराइली सरकार के एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि हमास के साथ बंधक रिहाई समझौते पर बातचीत के लिए एक प्रतिनिधिमंडल भेजा गया है। हमास द्वारा चरणबद्ध संघर्ष विराम के लिए अमेरिका समर्थित प्रस्ताव पर एक नई प्रतिक्रिया प्रस्तुत करने के एक दिन बाद आया है।इस बीच, गाजा में संभावित युद्धविराम समझौते पर हमास की नई स्थिति पर चर्चा के लिए इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपनी सुरक्षा कैबिनेट बैठक बुलाने वाले हैं। बैठक से पहले वह युद्धविराम वार्ता टीम के साथ परामर्श भी करेंगे। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन द्वारा मई के अंत में सार्वजनिक किए गए एक प्रस्ताव पर इजराइल को बुधवार को हमास की ओर से प्रतिक्रिया मिली है, जिसमें गाजा में रखे गए लगभग 120 बंधकों की रिहाई और फलस्तीनी क्षेत्र में युद्धविराम शामिल होगा।एक फलस्तीनी अधिकारी ने बताया कि हमास ने कुछ मामलों पर लचीलापन दिखाया है, जिससे इजराइल द्वारा मंजूरी मिलने पर एक रूपरेखा समझौते पर पहुंचा जा सकेगा। युद्ध शुरू होने के बाद फलस्तीन में मरने वालों की संख्या 38,000 से अधिक हो गई है, जबकि 87,445 घायल हुए हैं।इजराइल के एंटी-सेटलमेंट निगरानी समूह का कहना है कि सरकार ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में बस्तियों में लगभग 5,300 नए घर बनाने की योजना को मंजूरी दे दी है। यह सरकार द्वारा वेस्ट बैंक पर इजराइल के नियंत्रण को मजबूत करने और भविष्य में फलस्तीनी की स्थापना को रोकने की रणनीति के तहत बस्तियों को मजबूत करने के लिए ताजा कदम है।