बस्ती। अधिवक्ता संशोधन बिल के विरोध में बस्ती में वकीलों का आंदोलन गुरुवार को और तेज हो गया। वरिष्ठ अधिवक्ता राघव शरण पाण्डेय और दीनानाथ चतुर्वेदी भूख हड़ताल पर बैठ गए, जिससे आंदोलन ने एक नया मोड़ ले लिया। वकीलों ने सड़क जाम कर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट पर भी प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं का कहना है कि यह बिल उनके अधिकारों का हनन करने वाला काला कानून है। वे इस बिल को तत्काल वापस लेने की मांग कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी वकीलों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें नहीं मानी गईं, तो वे प्रदेशव्यापी आंदोलन करेंगे। उन्होंने अपने अधिकारों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने का संकल्प लिया है। प्रदर्शन में प्रदीप कुमार पांडेय, रजनीश दूबे, रमेश पांडेय, जवाहिर मिश्रा और रविशंकर शुक्ला समेत कई वरिष्ठ अधिवक्ता शामिल थे। इसके अलावा अमर सिंह, संजय श्रीवास्तव, राधेश्याम यादव और विनोद सिंह सहित बड़ी संख्या में वकील मौजूद थे। सभी ने एकजुट होकर बिल का विरोध किया। वकीलों के इस आंदोलन से शहर में यातायात व्यवस्था प्रभावित हुई और लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। भूख हड़ताल और सड़क जाम ने सरकार पर दबाव बढ़ाने का काम किया है। वकीलों ने स्पष्ट किया है कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मान लेती, उनका आंदोलन जारी रहेगा। वे प्रदेशव्यापी आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं और जरूरत पड़ने पर और भी कड़े कदम उठा सकते हैं।
बस्ती में अधिवक्ता संशोधन बिल के खिलाफ वकीलों का आंदोलन तेज, भूख हड़ताल और सड़क जाम
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