जम्मू-कश्मीर। जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में सुरक्षा बलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ में लश्कर का आतंकी सज्जाद तांत्रे मारा गया। न्यूज एजेंसी के मुताबिक सुरक्षा बलों को रविवार को चेकी डूडू इलाके में कुछ आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी।
इसके बाद पहले से कब्जे में लिए गए आतंकी सज्जाद को लेकर पुलिस और भारतीय सेना जॉइंट सर्च ऑपरेशन के लिए गए। इस दौरान इलाके में मौजूद आतंकियों ने गोलियां चलाईं, जो सेना और पुलिस को लगने की बजाय आतंकी सज्जाद को लग गई और उसकी मौत हो गई।
वहीं श्रीनगर के बाहरी इलाके से सेना और पुलिस ने तीन हाइब्रिड आतंकी को गिरफ्तार किया है। इनके पास से 3 एके राइफल, 2 पिस्तौल, 9 मैगजीन और 200 कारतूस (राउंड बुलेट) की खेप बरामद की गई है।
एलओसी के पास हिमस्खलन मे हुए थे तीन जवान शहीद
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा में नियंत्रण रेखा के पास हिमस्खलन में सेना के तीन जवान शहीद हो गए थे। रिपोट्र्स में बताया गया कि घटना शुक्रवार की है। खराब मौसम की स्थिति में बर्फीली ऊंचाइयों और दुर्गम इलाकों में ड्यूटी के दौरान बलिदान देने वाले बहादुरों की पहचान सौविक हाजरा, मुकेश कुमार और गायकवाड़ मनोज लक्ष्मण राव के रूप में की गई थी।
13 नवंबर को दो मजदूरों पर किया था हमला
जांच के दौरान पता चला कि हाइब्रिड आतंकवादी सज्जाद तांत्रे ने इस साल 13 नवंबर को बिजबेहरा में दो बाहरी मजदूरों पर हमला किया था, जो गंभीर रूप से घायल हो गए थे। इसके बाद छोटा प्रसाद नाम के एक मजदूर की 18 नवंबर को अस्पताल में मौत हो गई थी।
इस साल मारे गए 176 आतंकी
जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को खत्म करने के लिए पुलिस और सेना की तरफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान एनकाउंटर में कई आतंकियों को ढेर भी किया गया। इस साल अक्टूबर तक 176 आतंकी मारे गए हैं। इनमें 126 लोकल आतंकी थे। जम्मू और कश्मीर में अभी कुल 134 एक्टिव आतंकी मौजूद हैं। इनमें से 83 विदेशी और 51 लोकल आतंकी हैं।
इस साल अब तक 21 टारगेट किलिंग हो चुकी हैं। इनमें कश्मीरी पंडित, राज्य के बाहर से आए मजदूर और सरकारी कर्मचारी शामिल हैं। इस साल अलग-अलग आतंकी हमलों में 9 हिंदुओं की जान जा चुकी है।
कन्नौज के रहने वाले 2 मजदूरों की कश्मीर में आतंकी हमले में मौत हो गई थी। दोनों अगस्त में मजदूरी करने कश्मीर गए थे। दीपावली पर दोनों घर आने वाले थे, लेकिन उससे पहले दोनों की हत्या कर दी गई थी। दोनों कश्मीर में सेब की पैकिंग का काम करते थे।
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