अवधनामा संवाददाता
अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में चोरी की गई करीब 36 लाख का समान बरामद
कुशीनगर। रामकोला थाना क्षेत्र के माघी मठिया नहर पुल के पास बुधवार की देर रात अंतरराज्यीय पंखिया गिरोह के साथ रामकोला पुलिस, स्वाट व साइबर सेल की टीम के साथ मुठभेड़ हो गई। पुलिस की गोली से तीन चोरों के पैर में गोली लगी जबकि एक को पुलिस ने दौड़ाकर पकड़ लिया। अभियुक्तों पर 25-25 हजार रुपए के इनामिया घोषित थे। पुलिस टीम ने गिरफ्तार बदमाशो के पास से भारी मात्रा में चोरी के आभूषण एक लाख 26 हजार रुपए नगद, अपराध में प्रयुक्त एक स्कॉर्पियो, अवैध शस्त्र के साथ कुल 36 लाख का समान बरामद किया है। मुठभेड़ की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे एसपी धवल जायसवाल ने पुलिस टीम को बधाई दी है।
रामकोला थाना क्षेत्र के सिगहा में बीते सप्ताह सिंगहा निवासी समरजीत शाही के यहां बड़ी चोरी हुई थी। यह चोरी पुलिस के लिए चुनौती बन गई थी। इसके खुलासे के लिए एसपी धवल जायसवाल ने स्वाट टीम सर्विलांस के अलावा रामकोला पुलिस को लगाया था। काफी प्रयास के बाद स्वाट टीम सर्विलांस टीम के अलावा रामकोला और पडरौना कोतवाली पुलिस ने माघी मठिया नहर पुल के समीप एक स्कॉर्पियो गाड़ी को घेराबंदी की, जहां पुलिस से मुठभेड़ हुई। पहले मुकद्दर अली व जाफर अली तथा जाहिद अली तीनो निवासी गढ़िया पैगंबर थाना हजरतपुर जिला बदायूं व समीदुल निवासी मुनता नगला थाना सिकंदरपुर जिला कासगंज पुलिस देख भागने लगे। अंधेरे में चोरों ने फायरिंग की जवाब में पुलिस ने भी फायर किया, जिसमें मुकद्दर अली, जफर अली, जाहिद अली, को पैर में गोली लगी। वहीं समीदुल अली को पुलिस ने पकड़ लिया जहां उन सभी के पास से चार अवैध असलहा मिला और सोने के गहने के अलावा स्कॉर्पियो गाड़ी भी पुलिस ने बरामद किया। जिसमें चोरी में प्रयुक्त की जाने वाली सामग्री भी पुलिस के हाथ लगी। एसपी धवज जायसवाल ने टीम को बधाई दी तथा टीम को 25 हजार रुपए पुरस्कार अपने तरफ से तथा आई जी गोरखपुर के द्वारा 50 हजार पुरस्कार दिया गया। पुलिस के अनुसार इन चारों अभियुक्तों के खिलाफ कुशीनगर जनपद के विभिन्न थानों में लगभग एक दर्जन मुकदमे दर्ज हैं।
अपराध करने का तरीका
यह पंखिया गैंग पश्चिमी उप्र का एक शातिर चोरों का गिरोह है। ये गैंग भिन्न भिन्न प्रदेशो में व भिन्न शहरो में स्कार्पियों गाडी से घुम घुम कर आउट स्कर्ट कालोनियो में स्थित एकान्त मकानो व गांव के किनारे सुनसान मकानो की रैकी कर उनको लक्ष्य बनाते है तथा गाडियो में नकब लगाने वाले उपकरण भी रखते है। रात मे 12 बजे से 3 बजे के मध्य लक्ष्य किए गये सुनसान मकानो के आसपास स्कार्पियों से आते है तथा उसमे से तीन शातिर चोर उतरकर अपने पहने हुए कपडो को बदलकर व जूता चप्पलो को गमछे मे बांधकर गुप्त स्थान पर रख देते है तथा स्कार्पियों का ड्राईवर उनको छोडकर किसी सुरक्षित स्थान पर चला जाता है तथा तीन सदस्यो मे से दो सदस्य लक्ष्य किये गये मकानो मे घुस जाते है। तथा एक सदस्य वही आस पास बाहर आने जाने वालो लोगो पर निगरानी करता है तथा खतरा होने पर जंगली पक्षियो की आवाज देकर अपने सदस्यो के साथ सम्पर्क बनाये रखता है। दो शातिर सदस्य घरो मे कमरो मे सोये सदस्यो को उनके कमरो को बाहर से बन्द कर देते है। तथा शेष जगहो पर नगदी व आभूषण चोरी कर लेते है तथा चोरी कर छत के रास्ते कूदकर तीनो सदस्य उन जगहो पर फिर से पहुच जाते है। जहां पर गमछे मे इनका सामान रखा रहता है तथा जूते चप्पल व कपडे पहनकर स्कार्पियों वाहन ड्राईवर को फोन करके उसी जगह बुला लेते है तथा स्कार्पियों पर बनी स्कीम मे आभूषणो व पैसो को छुपा देते है। ताकि चेकिंग में पकड़े न जा सके। अभियुक्त बदायु स्थित दातागंज कस्बे मे सोनारो को आभूषण 70 प्रतिशत के रेट पर बेचकर लाखो रूपये कमाते है तथा नगदी को आपस मे बराबर बाट लेते है।
लूट की 36 लाख रुपए की सामान बरामद
अभियुक्तों की निशानदेही पर कुल बरामदगी की कीमत लगभग 36 लाख रुपए बताई गई है। जिनमें 126000 रूपये नगद, सफेद धातु के कुल आभूषण 1.722 किग्रा कीमत 1.30 लाख रुपए, पिली धातु के कुल आभूषण लगभग 153.17 ग्राम जिसकी कीमत 10 लाख रुपए, चोरी के अपराध में प्रयुक्त एक स्कार्पियो फर्जी रजिस्ट्रेशन नम्बर, एक कुटरचित आर.सी. व कुटरचित फर्जी एक मोहर, गृह भेदन से सम्बन्धित 10 उपकरण, चार अवैध तमंचे 315 बोर व फायर शुदा 07 खोखा कारतूस 315 बोर, चार जिन्दा कारतूस अवैध 315 बोर, अपराध मे प्रयुक्त 04 मोबाइल फोन भिन्न भिन्न कम्पनियों के शामिल है।
गिरफ्तार करने वाली टीम में रहे शामिल
गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक रामकोला अखिलेश कुमार सिंह, प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार पंत प्रभारी साईबर सेल, प्रभारी निरीक्षक सुशील शुक्ला प्रभारी, प्रभारी स्वाट, प्रभारी निरीक्षक पडरौना कोतवाली राज प्रकाश सिंह, प्रभारी उनि शरद भारती प्रभारी सर्विलान्स सेल, उनि आलोक कुमार स्वाट, उनि नबीस अहमद, सुशील सिंह, शम्मी, लक्ष्मण सिंह सहित दो दर्जन पुलिस कर्मी शामिल रहे।