कोविड-19 उपरान्त विश्व में महिलाओं के लिये रोज़गार की चुनौतियां

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अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के कामर्स विभाग द्वारा “कोविड-19 उपरान्त विश्व में महिलाओं के लिये रोज़गार की चुनौतियां” विषय पर एक अंतर्राट्रीय आनलाईन सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमें इंग्लैंड, स्वेडन, सऊदी अरब तथा जर्मनी के विशेषज्ञों ने महिलाओं को उत्तर कोविड-19 परिस्थियों में होने वाली रोज़गार अर्जन सम्बन्धि कठिनाईयों पर विचार विमर्श किया। वीडियो कांफ्रेंसिंग माध्यम से आयोजित इस संगोष्ठी को यूट्यूब पर भी लाइव स्ट्रीम किया गया।


रिसोर्स पर्सन, डीराइक इबिरोगा लिओनेली (लाइफ कोच एंड चेंज मैनेजमेंट कंसल्टेंट, इंग्लैंड), प्रोफेसर मोहम्मद रिशद फरीदी (डिपार्टमेंट आफ मार्केटिंग, प्रिंस सत्ताम बिन अब्दुल अज़ीज़ यूनिवर्सिटी, सउदी अरब), सारा नीधम (सस्टेनेबिलिटी ड्रिवेन कोच एण्ड टेक्नोलाजी एनथूजियास्ट, जर्मनी) तथा प्रोफेसर समी ए० खान (किंग अब्दुल अज़ीज़ विश्वविद्यालय, सउदी अरब) ने उत्तर कोविड-19 विश्व में महिलाओं के लिए विभिन्न अवसरों, रणनीतियों तथा बदलते मापदन्डों पर प्रकाश डाला।
आनलाईन सेमिनार की अध्यक्षता करते हुए कुलपति प्रोफेसर तारिक मंसूर ने महामारी के दौरान प्रयासों में निरंतरता बनाए रखने के महत्व पर बल देते हुऐ सामान्य स्थिति को वापस लाने के लिए टीकाकरण और दवाओं की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला।
डीराइक इबिरोगा लिओनेली ने उद्यमशीलता के प्रयोग के लिये ज्ञान के उपयोग की आवश्यकता पर जोर दिया जबकि प्रोफेसर मोहम्मद रिशद फरीदी ने करियर बनाने के लिए महिलाओं के लिए नई रणनीतियों और दृष्टिकोण पर प्रकाश डाला सारा नीडम ने महिलाओं के लिए करियर के बदलते प्रतिमान पर अपने अनुभवों को साझा किया और प्रौद्योगिकी तथा सतत विकास के क्षेत्रों में रोज़गार की उपलब्धता पर चर्चा की। प्रोफसर समी ए० खान ने कोविड-19 विश्व में महिला मुद्दों से संबंधित अपने विचार व्यक्त किये।
प्रोफेसर इमरान सलीम (डीन, फैकल्टी आफ कामर्स) ने संगोष्ठी के निष्कर्ष पर चर्चा की जबकि प्रोफेसर नवाब अली खान (अध्यक्ष, कामर्स विभाग) ने स्वागत भाषण दिया।
डा० मोहम्मद नैय्यर रहमान ने उपस्थितजनों का आभार व्यक्त किया।

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