कोल्हापुर जिले में पिछले 24 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से पंचगंगा नदी अब खतरे के निशान को पार कर गई है और मौजूदा स्तर 43.1 फीट तक पहुंच गया है, जबकि खतरे का स्तर 43 फीट है। इससे कोल्हापुर शहर में बाढ़ का संकट पैदा हो गया है और प्रशासन ने पूरे जिले में अलर्ट जारी कर दिया है। जिला प्रशासन ने पंचगंगा के तटीय इलाकों से अब तक करीब 483 लोगों को स्थानांंतरित कर सुरक्षित स्थल पर पहुंचाया है। भारी बारिश से पंचगंगा नदी का पानी सड़कों पर आ गया है, इससे 10 हाईवे सहित 80 सड़कें पानी में डूब गईं हैं। इससे कोल्हापुर का संपर्क कई जिलों से टूट गया है।
कोल्हापुर जिले में पिछले 24 घंटों से भारी बारिश हो रही है। इस बारिश के कारण जिले के 83 बांध पानी में डूबे हुए हैं और इन बांधों से पानी पंचगंगा नदी में छोड़ा जा रहा है। इससे पंचगंगा नदी का जलस्तर और बढ़ने की संभावना है। बाढ़ से प्रभावित चिखली, अंबेवाडी, आरे गांवों से लोगों का पलायन शुरू हो गया है। जब पंचगंगा खतरे के स्तर को पार करती है तो पानी शहर के सुतारवाड़ा क्षेत्र में प्रवेश करना शुरू कर देता है, इसलिए यहां के नागरिकों ने चित्रदुर्ग मठ की ओर पलायन करना शुरू कर दिया है। पानी के कारण जिले की कई सड़कें अवरुद्ध हो गयी हैं। इनमें 10 राज्य सड़कें, 27 प्रमुख जिला सड़कें, जिला परिषद की 9 और ग्रामीण क्षेत्रों की 22 सड़कें समेत 80 से अधिक सड़कें शामिल हैं। प्रशासन नदी किनारे के लोगों को सतर्क रहने की चेतावनी दे रहा है। 2019 और 2021 में हुए नुकसान को देखते हुए कोल्हापुर के लोगों ने इस बाढ़ को गंभीरता से लिया है ।