अवधनामा संवाददाता
(शरीफ अहमद खान)
सोनभद्र / करमा (Sonbhadra karma) थाना क्षेत्र के खैराही में निर्मित साढ़े छह लाख रुपये की लागत से बना वर्ष 2020-2021का शौचालय अपने दुर्दशा पर आशु बहा रहा है ।भारत सरकार का स्वच्छ भारत का सपना बिचौलियों के भेंट चढ़ गया है।आखिर जिम्मेदार कौन?समझ से परे है।दिवालो पर बड़ी संख्या में दरारें पड़ गयी है।बाहर से दीवारों को आनन फानन में रंग रोशन कर दिया गया है।अन्दर न जमीन बनी है, न टाइल्स लगा है।रोशन दान भी नहीं है।दरवाजे टूट गए हैं।दीवार के बाहर ग्राम पंचायत अधिकारी राहुल सिंह, पूर्व प्रधान हीरावती देवी लिख दिया गया है।बर्तमान प्रधान छेदी साह ने बताया कि अभी इसका गड्ढा भी नहीं खोदा गया है।चार -चार कमरे पुरूष महिलाओं के लिए बनाया गया है।जिसमें एक दो में प्याला लगा है जमीन भी नहीं बनी हुई है, बर्तमान प्रधान ने कहा कि जब ग्राम पंचायत अधिकारी से इस संदर्भ में बात की तो उन्होंने कहा कि अभी अधूरा रह गया है।आप से मतलब नहीं है।राहुल सिंह से बात करने की कोशिश की गई परंतु फोन नहीं उठा। ग्राम पंचायत अधिकारी राहुल सिंह से जब भी किसी ग्राम सभा की जानकारी मांगी जाती है तो उनका जवाब देने का रवैया सही नहीं होता। पूर्व ग्राम प्रधानो का कहना है कि सामान की सप्लाई और चेक बुक अपने पास रखते थे और अपने हिसाब से सामान व पेमेंट करते थे। ग्राम वासियों में पूर्व प्रधान शाहीद, रामनरेश यादव, रामबली, राजेश, शैयद, नशरत,सहरुद्दीन,मिनहाज, मौलाना फिरोज आदि ने बताया कि शुलभ शौचालय निर्माण कार्य को लेकर कई बार सम्बन्धित अधिकारी का ध्यान आकर्षित किया गया।परंतु ढाक के तीन पात वाली कहावत चरितार्थ हुई।ग्राम पंचायत अधिकारी मनमानी करतें कुछ पूछिए तो साफ मना कर देते हैं।आखिर जिम्मेदार कौन है?ग्रामीणों ने जिलाधिकारी का ध्यान आकर्षित कर शौचालय निर्माण कार्य को पूर्ण कराये जाने की मांग की है।
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