अवधनामा संवाददाता
कुशीनगर। हमारे परिवार के लोगों ने सात दशक पूर्व भगवान बुद्ध की धरती पर बुद्ध महाविद्यालय और बुद्ध इण्टरमीडिएट कॉलेज का निर्माण इस क्षेत्र में ज्ञान की ज्योति जलाने के लिए बड़ी भावनाओं के साथ किया था। मेरी इन दोनों संस्थानों के शिक्षकों और कर्मचारियों से अपील है कि वे कर्मठता और ईमानदारी से ज्ञान की ज्योति को प्रज्ज्वलित करते रहें।
उक्त बातें 104 वर्षीय सेवानिवृत्त विंग कमांडर और बुद्ध शिक्षा परिषद के संरक्षक सरदार दिलीप सिंह मजीठिया ने बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय में अपने भ्रमण और निरीक्षण के दौरान कही। उन्होंने कहा कि मेरी भावनाएँ और शुभकामनाएं प्राचार्य , शिक्षकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों के साथ हैं। यह महाविद्यालय आप सबकी पहचान है। आप सब इसके माध्यम से न सिर्फ नौकरी कर रहे हैं बल्कि समाज की सेवा भी कर रहे हैं। इसलिए सबको अपना काम उत्तरदायित्व की भावना से करना चाहिए। सरदार मजीठिया के निरीक्षण के दौरान महाविद्यालय के प्राचार्य प्रोफेसर सिद्धार्थ पाण्डेय के नेतृत्व में शिक्षकों और कर्मचारियों ने उनका स्वागत किया।
इस दौरान प्रबन्ध समिति के सदस्य डॉ दिनेश मणि त्रिपाठी, पूर्व प्राचार्य प्रोफेसर अमृतांशु शुक्ल, प्रो रामभूषण मिश्र, प्रो पी सैम, प्रो उर्मिला यादव, प्रो रेखा तिवारी, डॉ राघवेंद्र मिश्र, प्रो अवधेश पाण्डेय, प्रो उमाशंकर तिवारी, प्रो सीमा त्रिपाठी, डॉ गौरव तिवारी आदि मौजूद रहे।
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