कानपुर के कलक्टरगंज गल्ला मंडी में भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। लगभग सौ दुकानें इसकी चपेट में आ गईं और छह लोगों के झुलसने की सूचना है जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। आग लगने के बाद क्षेत्र में घना धुआं फैल गया और सिलेंडरों में विस्फोट से स्थिति और गंभीर हो गई। दमकल की गाड़ियां आग बुझाने का प्रयास कर रही हैं।
कलक्टरगंज गल्ला मंडी में मंगलवार की दोपहर बाद भीषण आग लग गई। बाजार की करीब सौ दुकानें आग की चपेट में बताई जा रही हैं। आग इतनी भीषण है कि धुआं 12 किमी दूर कल्याणपुर में देखा जा रहा है। दमकल की एक दर्जन गाड़ियां आग बुझाने में लगी हैं।
आला अधिकारी मौके पर हैं। छह लोगों के झुलसने की सूचना है, जिन्हें उर्सला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायलों की संख्या में वृद्धि हो सकती है, क्योंकि कुछ लोगों के फंसे होने की भी सूचना है।अभी आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।पूरे क्षेत्र की बिजली बंद कर दी गई है।
कलक्टर गंज थाना क्षेत्र के घनी आबादी और व्यावसायिक गतिविधियों से भरे क्षेत्र दाल मंडी में मंगलवार दोपहर एक भीषण अग्निकांड ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। दोपहर लगभग 2:45 बजे अचानक आग भड़क उठी। चंद मिनटों में ही लपटों ने आसपास के कई गोदामों और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद चारों ओर घना काला धुआं छा गया। धुएं का प्रभाव सेंट्रल रेलवे स्टेशन क्षेत्र तक फैल गया। स्टेशन के आस-पास के यात्री और स्थानीय निवासी भी इस धुएं की वजह से घबरा गए। कई दुकानदारों और मजदूरों को जान बचाकर भागते हुए देखा गया।
लगभग 45 मिनट के भीतर सिलेंडरों और बैटरियों में जोरदार धमाके हुए। इससे आग और तेजी से फैली। इलाके में स्थित कुछ तेल और मोबिल आयल के ड्रम भी फट गए, जिससे विस्फोट के साथ आग की लपटें और ऊपर उठने लगीं।
कलक्टर गंज थाना क्षेत्र के घनी आबादी और व्यावसायिक गतिविधियों से भरे क्षेत्र दाल मंडी में मंगलवार दोपहर एक भीषण अग्निकांड ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी। दोपहर लगभग 2:45 बजे अचानक आग भड़क उठी। चंद मिनटों में ही लपटों ने आसपास के कई गोदामों और दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, आग लगने के बाद चारों ओर घना काला धुआं छा गया। धुएं का प्रभाव सेंट्रल रेलवे स्टेशन क्षेत्र तक फैल गया। स्टेशन के आस-पास के यात्री और स्थानीय निवासी भी इस धुएं की वजह से घबरा गए। कई दुकानदारों और मजदूरों को जान बचाकर भागते हुए देखा गया।
लगभग 45 मिनट के भीतर सिलेंडरों और बैटरियों में जोरदार धमाके हुए। इससे आग और तेजी से फैली। इलाके में स्थित कुछ तेल और मोबिल आयल के ड्रम भी फट गए, जिससे विस्फोट के साथ आग की लपटें और ऊपर उठने लगीं।