अवधनामा संवाददाता
जलालपुर। अम्बेडकरनगर पद्मश्री अनवर जलालपुरी के जरिये गीता को उर्दू शायरी में ढालने के बाद जलालपुर के युवा साहित्यकार व शायर उन के नक्शे कदम पर चल पड़े हैं और अपने अनूठे कारनामे के जरिये जलालपुर का नाम रौशन करने के साथ गंगा जमुनी तहजीब को भी बढ़ावा देरहें है। जिस कड़ी में प्रसिद्ध सहित्यकार अभिषेक कुमार की लिखित पुस्तक आधुनिक भारत के निर्माण में सद्गुरु कबीर का योगदान को उर्दू में अनुवाद कर के इसे जनजन तक पहुंचाने के लिए नगर जलालपुर के वाजिदपुर निवासी युवा शायर व अनुवादक हामिद कमर फरीदी को नई दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान कबीर कोहिनूर साहित्य अनुवाद सम्मान से विभूषित किया गया। रविवार को जनपथ नई दिल्ली में 505 वें सद्गुरु कबीर महापरिनिर्वाण महोत्सव के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री सी आर चौधरी,भारत भूषण महंत नानक दास व कबीर समाधि स्थल मगहर धाम के आचार्य विचार दास की मौजूदगी में हामिद कमर फरीदी को यह अवार्ड मिला तो साहित्य गलियारों में खुशी की लहर दौड़ गयी और उन्हें बधाई देने का सिलसिला शुरू होगया।सोमवार को अपने नगर पहुंचे हामिद कमर ने कहा कि उर्दू हिंदी सगी बहने हैं और ये एक दूसरे के बिना अधूरी है उन्होंने कहा कि उन का मकसद समाज व देश को प्यार मोहब्बत की सौगात देना आपसी भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए वह ऐसे कार्य करते रहेंगे। हामिद को एवार्ड मिलने पर शायर व मंचसंचालक अहमद अयाज,शायर कमर जलालपुरी,इंसाफ टांडवी,गुलजार जिगर देवबंदी समेत अन्य ने बधाई दी है।