अवधनामा संवाददाता
कानपुर । संयुक्त राष्ट्र द्वारा जैव विविधता के मुद्दों की समझ और जागरूकता बढ़ाने के इरादे से प्रत्येक वर्ष 22 मई को अंतर्राष्ट्रीय जैव विविधता दिवस मनाया जाता है ग्रह के संतुलन को बनाए रखने के लिए जैव विविधता आवश्यक है यह परिस्थितिकी तंत्र सेवाओं की आधारशिला है जो पूरी तरह से मानव कल्याण से जुड़ी है अंतरराष्ट्रीय नशा मुक्त अभियान के प्रमुख नशा मुक्त समाज आंदोलन अभियान कौशल के नेशनल ब्रांड अंबेसडर योग गुरु ज्योति बाबा ने कहीं,ज्योति बाबा ने आगे कहा कि जैव विविधता से आशय जीवो के मध्य पाई जाने वाली विविधता है जो विभिन्न प्रजातियों के मध्य जातियों के भीतर एवं पारितंत्र की विविधता को शामिल करते हैं सर्वप्रथम वॉल्टर राशन के द्वारा जैव विविधता शब्द का सबसे पहले प्रयोग किया गया, प्राय: जैव विविधता को तीन भागों में बांटा जाता है अनुवांशिक जैवविविधता प्रजातीय जैव विविधता और परिस्थितिकी जैव विविधता है विश्व हिंदू सेवा संघ के शैलेंद्र पांडे, शैलू भैया व अमन शिवहरे ने कहा कि बढ़ती जनसंख्या के कारण मनुष्य की आवश्यकता के लिए स्थलीय एवं जलीय क्षेत्रों के लगातार अतिक्रमण से इन पर आश्रित जीव जंतु के आवास लगातार नष्ट होते जा रहे हैं। वेबीनार का संचालन फैशन आर्टिस्ट रोज सिंह व धन्यवाद समाजसेवी संतोष कुमार वर्मा ने दिया। अंत में सभी को अपने परिस्थितिकी तंत्र को बचाने का ऑनलाइन संकल्प योग गुरु ज्योति बाबा ने दिलाया।