कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में एक प्रशिक्षु डॉक्टर की दुष्कर्म और हत्या के विरोध में पश्चिम बंगाल के राज्य संचालित अस्पतालों के जूनियर डॉक्टरों की हड़ताल बुधवार को भी जारी रही। इस घटना के खिलाफ जूनियर डॉक्टरों का यह आंदोलन पिछले तीन सप्ताह से चल रहा है, जिसके कारण अधिकतर राज्य संचालित मेडिकल सुविधाओं में स्वास्थ्य सेवाएं ठप पड़ी हैं। पिछले 26 दिनों से यह प्रदर्शन लगातार जारी है।
एक जूनियर डॉक्टर ने कहा, “हमारी बहन को न्याय मिलने तक हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा और जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती, हम नहीं रुकेंगे।” प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के इस्तीफे की भी मांग की है, जो अब तक पूरी नहीं हुई है।
प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया है कि नौ अगस्त को युवा डॉक्टर के साथ हुए दुष्कर्म और हत्या के मामले की जांच के दौरान पुलिस ने उचित कदम नहीं उठाए। इस मामले की जांच कलकत्ता हाई कोर्ट द्वारा सीबीआई को सौंपे जाने से पहले पुलिस ने जांच में लापरवाही बरती।
उल्लेखनीय है कि शहर के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के सेमिनार कक्ष में ड्यूटी पर तैनात एक स्नातकोत्तर प्रशिक्षु का शव पाया गया था। इस घटना ने पूरे देश में आक्रोश फैला दिया है।
एक अन्य जूनियर डॉक्टर ने कहा, “हमारा मानना है कि इस मामले में कई लोगों को बचाने की कोशिश की जा रही है और सच्चाई सामने आनी चाहिए।”
इस घटना के तुरंत बाद एक नागरिक स्वयंसेवक को गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा, सीबीआई ने आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष को भी वित्तीय कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किया है।