अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश महेश नौटियाल की अध्यक्षता में जनपद न्यायालय परिसर में संविधान दिवस के अवसर पर संविधान की प्रस्तावना एवं शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं में कुटुम्ब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश महेश नौटियाल, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (डकैती) शविस्ता अकील, अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो) मेराज अहमद, अपर जिला जज/सचिव कुलदीप सिंह तृतीय, सिविल जज (जू.डि.) अदिति जैन, जिला शास्कीय अधिवक्ता (क्रिमिनल) राजेश दुबे द्वारा भारतीय नागरिकों के अधिकारों के बारे में बृहद रूप से अवगत कराया गया। 42वें संविधान संशोधन के द्वारा मूल कर्तव्यों का समायोजन एवं उसकी उपयोगिता पर बल दिया गया। यदि हम अपने कर्तव्यों का सही ढंग से पालन करेगें तो अधिकारों की आवष्यकता नहीं होगी। भारतीय संविधान में भारतीय नागरिकों को प्राप्त समरसता के मौलिक अधिकार के द्वारा ही आमजन को भी उच्चतम पद तक पहुंचने के समान अवसर प्राप्त होने एवं प्रत्येक व्यक्ति को भारतीय संविधान पर गर्व होने एवं भारतीय नागरिक के रूप में प्रत्येक व्यक्ति को ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने हेतु प्रेरित किया गया। संविधान में प्रदत्त विधि व्यवस्था के द्वारा नागरिकों की स्वतंत्रता के साथ-साथ राज्यों के संचालन की व्यवस्था पर प्रकाश डाला एवं संविधान में आम नागरिकों को प्रदत्त अधिकार एवं कर्तव्यों के निर्वहन पर बृहद रूप से अवगत कराया गया। भारत के संविधान के गठन हेतु विभिन्न देषों के संविधानों के अनुच्छेदों नीति निर्देशक तत्वों के समायोजन एवं विशालतम गणराज्य होने के कारण विशाल संविधान के गठन के औचित्य पर प्रकाश डाला गया। जिसकी मूल प्रति को लिखने वाले द्वारा इटेलिक अक्षरों के प्रयोग को छ: माह के अनथक परिश्रम के द्वारा संविधान को मूर्तरूप प्रदान किया गया। इस संविधान में भारतीय नागरिकों से अधिकारों एवं कर्तव्यों के ईमानदारी से पालन करने की अपेक्षा की गयी। इस अवसर पर उपरोक्त के अतिरिक्त अपर जिला जज (एस.सी./एस.टी.एक्ट) मो.बाबर खां, अपर जिला जज (ई.सी.एक्ट) लोकेश कुमार, सिविज जज (सी.डि.- एफ.टी.सी.) सुरेखा, अपर सिविल जज (सी.डि.) अक्षयदीप यादव, सिविल जज (जू.डि.-एफ.टी.सी.) अतुल, विशेष न्यायिक मजिस्ट्रेट बहादुर सिंह के अलावा न्यायालय के कर्मचारी मौजूद रहे। शिविर का संचालन व सभी का आभार अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश (पॉक्सो) मेराज अहमद ने व्यक्त किया।