तानाशाह सरकार को लोकतंत्र में यकीन नहीं: खडग़े
नई दिल्ली। संसद की कार्यवाही गुरुवार को भी हंगामे की भेंट चढ़ती नजर आ रही है। सुबह नारेबाजी और शोर-गुल के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही पहले 2 बजे तक फिर शाम 6 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। 6 बजे लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही फिर हंगामा हुआ तो इसे शुक्रवार सुबह 11 बजे तक स्थगित कर दिया गया। राज्यसभा की कार्यवाही जारी है।
सुबह सबसे पहले जब कार्यवाही स्थगित हुई तो इसके बाद विपक्षी नेताओं ने पार्लियामेंट के गेट नंबर 1 पर प्रदर्शन किया। उन्होंने वी वॉन्ट जेपीसी, मोदी सरकार डाउन-डाउन, मोदी सरकार शेम-शेम जैसे नारे लगाए।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडग़े ने कहा कि लोकतंत्र में हमें विरोध जताने का अधिकार है। लोगों तक सच पहुंचाना हमारी ड्यूटी है। यह तानाशाह सरकार न चर्चा में यकीन करती है और न लोकतंत्र में।
इससे पहले मंगलवार को राहुल-अडाणी मामले पर दोनों ही सदनों में हंगामा होने के कारण लगातार 7वीं बार संसद स्थगित की गई थी। बुधवार को गुड़ी पड़वां की छुट्टी थी।
6 अप्रैल तक प्रस्तावित है बजट सत्र का दूसरा फेज
सदन में भाजपा राहुल गांधी से लंदन में दिए बयान पर माफी की मांग पर अड़ी हुई है। वहीं, हिंडनबर्ग-अडाणी मामले पर कांग्रेस की जॉइंट पार्लियामेंट्री कमेटी की मांग बरकरार है। बता दें कि बजट सत्र का दूसरा फेज 13 मार्च से शुरू हुआ था और यह 6 अप्रैल तक चलना प्रस्तावित है।
राज्यसभा सदस्यों ने गुरुवार को स्पीकर जगदीप धनखड़ के चैम्बर में बैठक की। उन्होंने राज्यसभा की कार्यवाही सही तरीके से चलाने की मांग की।
राज्यसभा के सभापति ने बैठक बुलाई
राज्यसभा स्पीकर ने गुरुवार सुबह जगदीप धनखड़ ने नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बैठक में राज्यसभा की कार्यवाही को ठीक से कैसे चलाया जा सकता है, इस मुद्दे पर बात हुई। यह पहली बार नहीं है जब सभापति ने नेताओं की बैठक बुलाई हो। इससे पहले मंगलवार को भी धनखड़ ने अपने चेम्बर में सदन के कामकाज को सुनिश्चित करने के लिए ऑल पार्टी मीटिंग बुलाई थी। जिसमें भाजपा, वाईएसआरसीपी और टीडीपी को छोड़कर अन्य राजनीतिक दलों के नेता शामिल नहीं हुए थे।