विमर्श एवं मधुर साहित्यिक संस्था की संयुक्त मासिक गोष्ठी संपन्न

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अवधनामा ब्यूरो 
कुशीनगर। विमर्श साहित्यिक संस्था एवं मधुर साहित्यिक सामाजिक संस्था लक्ष्मीगंज की संयुक्त मासिक काव्य गोष्ठी कटनवार रोड पडरौना स्थित एक विद्यालय में संपन्न हुई। जनपद के विभिन्न क्षेत्रों से आए हुए अन्यान्य कवियों ने अपनी-अपनी रचनाओं से खूब तालियां बटोरी।
रविवार को दिन में एक बजे प्रारंभ हुई काव्यगोष्ठी शाम पांच बजे तक चली। मधुसूदन पांडेय की अध्यक्षता में संपन्न हुई इस गोष्ठी में बतौर मुख्य अतिथि राजेश जायसवाल उर्फ राजू भईया एवं विशिष्ट अतिथि रेडियो प्रज्ञा के प्रबंध निदेशक परशुराम श्रीवास्तव तथा समाजसेवी ज्ञानवर्धन गोविंद राव रहे। मां सरस्वती के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्ज्वलन के उपरांत कवि आकाश महेश पुरी ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया। इसके उपरांत लक्ष्मीगंज से पधारे कवि सुरेंद्र प्रसाद गोपाल, उगम चौधरी “मगन” गोमल यादव,बलराम राय,अशोक शर्मा आदि ने अपनी-अपनी रचनाओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं खड्डा से पधारे कवि शंभू सजल के सुमधुर गीत पर श्रोता की तालियां बजती रही,लोग झूमते रहे। युवा कवि दिलीप कुमार यादव,सूरजराम आदित्य ने भी अपनी कविताओं से सभी को आकर्षित किया। संतोष संगम के मुक्तक तथा स्वर में पढ़े गए मधुर गीत ने सभी को आनंदित कर दिया। इसके साथ ही आर0 के0 भट्ट बावरा,जय कृष्ण शुक्ल,सुजीत पांडेय ने भी अपनी- अपनी शानदार रचनाओं का पाठ किया। शंभू सजल की रचना..
अपने सहरे पर ना कर गुमान सजनी, तोहार पेट भरे गांव के किसान सजनी। पंक्तियों पर लोग कर उठ खड़े हुए और जबरदस्त तालियां बजाईं। आर0 के0 भट्ट बावरा की रचना…सब ने भरपेट खाया आधी पेट खाई मां, थकी आनंद भरी नींद में नहाई मां…ने सभी को भावुक कर दिया। इस अवसर पर धनंजय, सुनील दीक्षित, हिमांशु राय, आफताब आलम, विनय कुमार मिश्रा, अरुण कुमार, रिजवान, सुदीप चटर्जी, रजनीकांत, प्रवीण प्रताप सिंह, पीयूष गिरी, अनुज मिश्रा आदि लोग उपस्थित रहे। गोष्ठी का सफल संचालन आज के युवा कवि सुजीत पांडे ने किया।
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