पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के बड़ज्ञा के तृणमूल कांग्रेस विधायक जीवनकृष्ण साहा की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। सीबीआई द्वारा पिछले साल गिरफ्तारी के बाद अब वे ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) की जांच के दायरे में आ गए हैं। हाल ही में, उनकी पत्नी को भी ईडी ने तलब किया और उनसे पूछताछ की गई, जिसके बाद जीवनकृष्ण साहा के खिलाफ संभावित कार्रवाई की चर्चाएं तेज हो गई हैं।
क्या है मामला?
विधायक जीवनकृष्ण साहा को 2023 में भर्ती घोटाले में सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। सीबीआई ने 14 अप्रैल 2023 को उनके कान्दी स्थित घर पर छापा मारा था। इस दौरान साहा पर आरोप है कि उन्होंने दो मोबाइल फोन घर के पीछे के तालाब में फेंक दिए थे, जिन्हें बाद में निकालकर सीबीआई ने डेटा रिकवर किया। इन फोन में पैसे की लेन-देन के सबूत मिले थे।
सुप्रीम कोर्ट से मिली थी जमानत
साहा को पिछले साल 17 अप्रैल को गिरफ्तार किया गया था और उन्हें लगभग 13 महीने तक प्रेसिडेंसी जेल में रखा गया। सुप्रीम कोर्ट ने 14 मई 2024 को उन्हें जमानत दी थी। जमानत मिलने के बाद, 16 मई को वे पहली बार राज्य विधानसभा भवन पहुंचे थे, लेकिन उन्होंने चल रहे मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की।
ईडी की जांच
सूत्रों के अनुसार, ईडी ने साहा की पत्नी की संपत्ति की जांच के लिए उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया था। ईडी के सूत्रों का कहना है कि जीवनकृष्ण साहा को भी जल्द ही तलब किया जा सकता है। आरोप है कि उनके फोन से बरामद जानकारी में पैसे की वापसी से जुड़े कई संदर्भ मिले हैं, जो भर्ती घोटाले में पैसे के लेन-देन की पुष्टि करते हैं।
जीवनकृष्ण साहा मुर्शिदाबाद के बड़ज्ञा क्षेत्र से तृणमूल कांग्रेस के विधायक हैं और पड़ोसी जिले बीरभूम के देवग्राम हाई स्कूल में सहायक शिक्षक भी हैं। जमानत मिलने के बाद, उन्होंने 26 जून को पहली बार स्कूल जाकर छात्रों की कक्षा भी ली थी। अब सीबीआई और ईडी दोनों ही केंद्रीय जांच एजेंसियों के रडार पर आने से जीवनकृष्ण साहा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।