राजौरी जिले के नौशहरा के जंगलों में दो दिनों से भीषण आग लगी है जिससे लाखों की वन संपदा नष्ट हो गई है और वन्यजीव मारे गए हैं। कलसिया भवानी कलाल और ताई के जंगल आग की चपेट में हैं। वन विभाग आग बुझाने की कोशिश कर रहा है पर आग तेजी से फैल रही है जिससे रिहायशी इलाकों में खतरा बढ़ गया है।
जिले के उप जिला नौशहरा के जंगलों में पिछले दो दिनों से भीषण आग लगी हुई है। जिस कारण से लाखों रुपये की वन संपदा जलकर राख हो रही है और आग की चपेट में आने से वन्य जीव भी मारे जा रहे है। वन विभाग के कर्मचारी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे है, लेकिन आग पर काबू नहीं पाया जा सका है।
जानकारी के अनुसार पिछले दो दिनों से जंगल में भीषण आग लगी हुई है। कलसियां, भवानी, कलाल व ताई के अधिकतर जंगल आग की चपेट में आ चुके है। इस आग की चपेट में आने से भारी मात्रा में वन संपदा जलकर राख हो चुकी है। इस आग की चपेट में आने से वन्य जीव भी मारे जा रहे है और कुछ वन्य जीव जंगलों से निकल रिहायशी क्षेत्रों में पहुंच रहे है।
दमकल कर्मी सड़कों के आसपास वाले क्षेत्रों में लगी हुई आग पर काबू पाने में जुटे हुए है और काफी हद तक सफल भी हो रहे है। वहीं, जंगलों के अंदर लगी आग पर काबू पाने में वन विभाग के कर्मी जुटे हुए है, लेकिन आग पर काबू पाने का काम मुश्किल हो रहा है। अब आग फैलती फैलती रिहायशी क्षेत्रों के करीब तक पहुंच रही है जिस कारण से लोगों को भी अपनी जान का खतरा नजर आने लगा है।
रोमेश कुमार, पुरुषोत्तम लाल, सुनील कुमार आदि का कहना है कि हर वर्ष गर्मी के मौसम में जंगलों में आग लगी की घटनाएं आम हो जाती है, लेकिन वन विभाग इन आग की घटनाओं पर काबू पाने में पूरी तरह से विफल ही साबित होता है।
अगर विभाग समय-समय पर लोगों को जागरूक करने के साथ साथ हर जंगल में अपने कर्मचारियों को तैनात करे तो आग की घटनाओं पर समय पर ही काबू पाया जा सकता है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं हो रहा है। करोड़ों रुपये की वन संपदा धू धू कर जल रही है और हजारों की संख्या में वन्य जीव मारे जा रहे है।
इस संबंध में बात करने पर वन सुरक्षा बल के सहायक निदेशक मकसूद अहमद का कहना है कि आग की घटनाओं के ऊपर काबू पाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जंगलों के अंदर जो आग फैली हुई है उसके काबू पाने में मुश्किल हो रही है, लेकिन जल्द ही हमारे कर्मचारी आग पर काबू पा लेंगे।