श्रावण मास के पहले सोमवार को रात लगभग दो बजे से हर-हर महादेव एवं आनंदेश्वर महाराज की जय घोष के साथ बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक शुरू हो गया। जब मंदिर के गर्भगृह के द्वार भक्तों के लिए खोले गए। गर्भगृह के बाहर भारी संख्या में श्रद्धालु अपने बारी का इंतजार कर रहे थे।
कानपुर नगर में स्थित आनंदेश्वर, सिद्धेश्वर नाथ, खेरेश्वर नाथ, बनखंडेश्वर, थानेश्वर, कोतवालेश्वर, झगड़ेश्वर, भूतेश्वर महादेव समेत अन्य सभी शिवालयों में भोर से ही जलाभिषेक करने के लिए भक्तों की लम्बी कतारें लग गई।
मंदिर प्रशासन के मुताबिक “शयन आरती” के बाद गर्भगृह के दरवाजे भक्तों के लिए खोल दिए गए। दिन की पहली किरण के साथ जिन लोगों को अपने भगवान के दर्शन हुए उन्होंने भगवान शिव को धन्यवाद दिया। मंदिर प्रशासन ने परमट पुलिस चौकी तक प्रवेश मार्ग पर बैरिकेडिंग कर दी थी। जिला प्रशासन ने वाहनों की आवाजाही की जांच के लिए मंदिर से लगभग 200 मीटर पहले बैरिकेड्स लगा दिए थे।
सुरक्षा के मद्देनजर नगर के सभी शिव मंदिरों में भारी पुलिस बल एवं मंदिर प्रशासन के सेवादारों ने सभी श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुख्ता इंतजाम किया है। पुलिस आयुक्त के निर्देश पर सभी शिव मंदिरों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
श्रावण माह के पहले सोमवार को पहले सोमवार के मौके पर गंगा के सभी घटों पर पुलिस बल, पीएससी, गोताखोर तैनात किए गए है। इसके अतिरिक्त शिव मंदिरों एवं घाटों पर सुरक्षा के मद्देनजर गोपनीय सुरक्षा एजेंसियां भी सक्रिय हैं।