अवधनामा संवाददाता
सिंचाई के नाम पर बर्बाद कर डाला लाखां लीटर पानी
जेएन कालेज मैदान में सिंचाई के लिए लगभग आधा सैकड़ा टैंकर पानी हुआ बर्बाद
बांदा। प्रदेश सरकार के द्वारा चलाए जा रहे अविरल जल अभियान को खुद जिम्मेदार विभाग के अधिकारी व कर्मचारी ही पलीता लगाते नजर आ रहे हैं। एक ओर जहां डीएम के निर्देश पर हर ग्राम पंचायत के अविरल जल अभियान के तहत गोष्ठियों का आयोजन करके लोगों को पेयजल बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है तो वहीं दूसरी ओर जलसंस्थान विभाग द्वारा इस अभियान को पलीता लगाने कार्य किया गया है। जिसके तहत मंगलवार की शाम से लेकर बुधवार की सुबह तक जलसंस्थान विभाग के द्वारा लगभग आधा सैकड़ा टैंकरां से जेएन कालेज की मैदान की सिंचाई के नाम पर लाखों लीटर पानी की बर्बादी कर दी गई है। सबसे अहम बात तो यह है कि जिला स्तर के अधिकारियों के नाक तले पानी की बर्बादी का खेल खुलेआम खेला जाता रहा और किसी भी अधिकारी के कानों में जूं तक नहीं रेंगी।
बताते चलें कि प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री नें पानी बचाओ अविरल जल अभियान पुरे उत्तर प्रदेश में चलाया जा रहा है और इसी अविरल जल अभियान का कार्यक्रम अभी कुछ दिन पहले बाँदा के दुर्गावती मेडिकल कालेज में कैबिनेट मंत्री स्वतंत्र देव का बाँदा आगमन हुआ था। उन्होंने जल बचाने के तमाम तरीके बताये, एक लोटा पानी सें नहाना, बताया जिससे जल बचें, यहां तक कि आला अधिकारी, जनप्रतिनिधियों व मौजूद जनता को मंत्री नें यह तक हिदायत दिए कि अपने घरों के चार पहिया दो पहिया वाहनों कि धुलवाई कराने धुलाई सेंटर न जाये खुद घर पर धोये जिससे कम पानी लगेगा और ऐसा करने सें पानी बचेगा।ज़बसें लगातार बाँदा जनपद कि जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल अविरल जल अभियान पर निरंतर कार्य कर रहीं है। पानी बर्बाद न करें और कैसे पानी को आने वाले समय में बचाया जाये इस बात जानकारी अविरल जल अभियान के तहत हर गाँव गाँव में ग्राम प्रधानों कि बैठक कर ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है। वही दूसरी तरफ डिप्टी सीएम के आगमन के पूर्व अस्थाई हेलीपैड स्थल में जल संस्थान विभाग द्वारा पं जेएन कालेज के बगल में खाली मैदान में कल सें आज तक में लगभग पानी के आधा सैकड़ा टैंकरों सें सिचाई कर लाखों लीटर पानी की बर्बादी कर दी। वहीं जलसंस्थान के एक ठेकेदार ने बताया कि एक टैंकर में 4500 लीटर पानी आता है। बाँदा के कई मोह्हलो में पानी कई कील्ल्त है, वहां पानी का टेंकर नहीं पहुँचता जनपद के कई गाँव में पानी के लिए त्राहि त्राहि मची है और यहां जल संस्थान हजारों लीटर पानी बर्बाद कर चूका है। अब देखना यह है कि टैंकर से पानी की बर्बादी के जिम्मेदार लोगों पर प्रशासनिक अधिकारी कब कार्यवाही करते हैं।