लखनऊ। CAA के खिलाफ प्रोटेस्ट में जेल में बंद, सामाजिक न्याय, समता, समानता के लिए लड़ने वाले अम्बेडकरवादी नेता रॉबिन वर्मा जेल से बाहर आ गए हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में लगातार साथियों की रिहाई के सवाल पर लोगों ने आवाज़ बुलंद की।
बता दें कि आखिरकार प्रोफ़ेसर रॉबिन वर्मा आज 25वें दिन रिहा हो गए। उन्हें 20 दिसंबर की शाम दारुलशफा के पास से एक होटल से तब उठाया गया जब वे अपने मित्र एक राष्ट्रीय न्यूज़ पेपर से जुड़े पत्रकार के साथ चाय पी रहे थे। उन्हें थाने में ले जाकर बुरी तरह से पुलिस ने मारा और उनके हवाले से फर्जी खबरें चलवाई।
दूसरे दिन शिया पीजी कालेज जहां वे पढ़ाते थे रॉबिन को वहां से निकाल दिया गया। रॉबिन वर्मा की एक मासूम बेटी और अभी हाल में तीन हफ्ते पहले एक बेटा हुआ। पिछले मंगलवार को अदालत ने जमानत पर उनकी रिहाई का आदेश दिया था। लेकिन रिहाई एक हफ्ते बाद आज मंगलवार को हो सकी।