लखनऊ: यह सुनकर बेहद अफसोस हो रहा है की सरकार 19 अक्टूबर से स्कूल खोलने जा रही है। मेरे विचार में यह कदम किसी भी हाल में सही नही कहा जा सकता है। यह बातें रॉयल फैमिली के नवाबजादा सय्यद मासूम रज़ा, एडवोकेट ने कही। कोरोना के इस दौर में बच्चों के लिए स्कूल खोला जाना एक अच्छी खासी चुनौती से कम नही होगी। बच्चों का स्कूल मास्क पहन कर आना जाना और Social Distancing का पालन कराना यह भी एक बरी चुनौती से कम नही होगी ? नवाबजादा सय्यद मासूम रज़ा ने आगे कहा हमारे मुल्क के स्कूलों में और दूसरे मुल्क़ों के स्कूलों में बेहद फ़र्क है। हमारे देश में सहूलतें बहुत कम है । उन्होंने आगे कहा कि यहाँ हर किलास में बच्चों की तायदाद ज़्यादा होती है और खास कर बच्चों को सोशल distancing का पालन कराना स्कूलों के लिये बड़ी चुनौती और ज़िम्मेदारी होगी। क्योंकि यहाँ awareness की बहुत कमी है। यह सच है कि बच्चोँ के माँ बाप स्कूल खुले जाने का सुनकर बेहद डरे और सहमे हुए हैं जिसकी वजह कोरोना जैसी जान लेवा बीमारी है। जहाँ तक हॉस्पिटल की हालत है वह किसी से छिपा नही है । स्कूल खोलने से पहले बच्चों की हिफाज़त बेहद ज़रूरी है क्योंकि जान है तो जहान है।
नवाबजादा सय्यद मासूम रज़ा ने आगे कहा कि मौजूदा हालात में स्कूल खोलना किसी भी हालत में सही कदम नही होगा ? मौजूदा हालात को देखते हुए यही बेहतर होगा कि इस साल स्कूल न खोलें जायें । बाहर के मुल्कों में स्कूल खोली गई और कोरोना फैलने की वजह कर बंद करनी पड़ीं । सरकार को online पढ़ाई पर ज़ोर देना चाहिये और इसमें ज़्यादा से ज्यादा सुधार करना चाहिये।