अवधनामा संवाददाता
दुर्घटना में घायल या हार्टअटैक के मरीज के लिए 3 मिनट का होता है गोल्डेन टाइम तत्काल सीपीआर विधि अपनाने से व्यक्ति का जीवन हो सकता है सुरक्षितः
सोनभद्र/ब्यूरो कलेक्ट्रेट के सभागार में राजकीय चिकित्साधिकारी डा0 शिव शक्ति द्विवेदी ने सभागर मे उपस्थित सभी कर्मचारियो को सीपीआर (कार्डियो पल्मोनरी रेससिटेशन) के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह आमतौर आपातकालीन स्थिति में प्रयोग किया जाता है जब किसी व्यक्ति की धड़़कन या सांस रूक जाती है तब सीपीआर का प्रयोग किया जाता है इसमें बेहोश व्यक्ति को सांसे दी जाती हैं, इससे फेफड़ों को आक्सीजन मिलती है, संास वापस आने तक या दिल की धड़कन सामान्य होने तक छाती को दबाया जाता है। इससे आक्सीजन वाला खून संचारित होता रहता है। डा0 द्विवेदी ने बताया कि सीपीआर एक जीवनदायी तकनीक है जो कई आपात स्थितियों मे उपयोगी है दिल का दौरा या डूबने से किसी की सांस या दिल की धड़कन रूकने पर सीपीआर मस्तिष्क व अन्य महत्वपूर्ण अंगों तक आक्सीजनयुक्त रक्त प्रवाह रख सकता है वास्तव में जब दिल काम करना बंद कर देता है तो आक्सीजन की कमी से कुछ ही मिनटों में मस्तिष्क की क्षति हो सकती है इस हालत में व्यक्ति की 8 से 10 मिनट के भीतर मृत्यु की आशंका होती है ऐसे स्थिति में अगर सीपीआर दिया जाता है तो कई जान बचाई जा सकती है इस दौरान उन्होने डेमो के माध्यम से भी सीपीआर विधि को समझाया। इस दौरान अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री सहदेव कुमार मिश्र एवं जिला विकास अधिकारी श्री शेषनाथ चैहान ने संयुक्त रूप से डा0 शिव शक्ति द्विवेदी को प्रशस्तिः पत्र देकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर उपस्थित अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 ने कहा कि सीपीआर पर आधारित जागरूकता एवं प्रशिक्षण कार्यक्रम में डा0 द्विवेदी द्वारा सीपीआर विधि के माध्यम से हम दुर्घटना में घायल या हार्टअटैक के मरीज को किस प्रकार से सुरक्षित रख सकेते है इसके सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गयी जिसके माध्यम से हम सभी किसी भी विषम परीस्थित में घायल या हार्टअटैक व्यक्ति को जीवन सुरक्षित करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका को कैसे निभा सकते है इस पर विस्तार पूर्वक से जानकारी उपलब्ध हुई। इस दौरान अपर जिलाधिकारी ने डा0 शिव शक्ति द्विवेदी के आभार भी व्यक्त किये। इस मौके पर बैठक में उपस्थित जिला विकास अधिकारी शेषनाथ चैहान, उपजिलाधिकारी सदर रमेश कुमार, जिला अल्प संख्यक अधिकारी राजेश कुमार खैरवार, जिला खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुशील सिंह, रामलाल प्रशासनिक अधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी अनिल कुमार गुप्ता, अपर जिला सूचना अधिकारी विनय कुमार सिंह, अमूल वर्मा नाजिर सहित समस्त कलेक्ट्रट के कर्मचारीगण उपस्थित रहें।