अवधनामा संवाददाता
ललितपुर। प्रकृति संरक्षण में गौरैया बचाना अति आवश्यक हैं, क्योंकि गौरैया हैं तो सबेरा चहकता हैं। ये बाते प्रधानाध्यापिका ममतादेवी बाल्मीकि नें प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुरा में आयोजित गौरैया दिवस के कार्यक्र में बोलीं। बताते चले कि मानव ऑर्गनाइजेशन द्वारा प्रतिवर्ष 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाया जाता हैं। संस्था विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित कार्यक्रम नेहरू महाविद्यालय में आयोजित किया गया। इसी श्रृंखला में प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुरा में नौनिहालों के बीच कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें संस्था के अध्यक्ष एड. पुष्पेन्द्र सिंह चौहान द्वारा नौनिहालों को सम्बोधित करते हुए गौरैया के रहन-सहन, खान-पान, गौरैया आवास आदि के बारे में जानकारी दी और नौनिहालों को गौरैया को बचानें के प्रति जागरुक किया। शैलेन्द्र कुमार द्वारा अपनें वक्तव्य में कहा कि अगर आज गौरैया को बचानें का प्रयास नहीं किया तो आगे यह प्रजाति बिल्कुल से विलुप्त हो जाएगी। इस अवसर पर मानव ऑर्गनाइजेशन से सचिन जैन, पत्रकार अमित लखेरा, प्रभाकर त्रिपाठी एड., बलराम कुशवाहा, डा.विकास गुप्ता जीत, शैलेन्द्र कुमार, सौरभ कुमार, प्राथमिक विद्यालय लक्ष्मीपुरा प्रधानाध्यापिका ममतादेवी बाल्मीकि, गीता गोस्वामी प्राथमिक विद्यालय रामराजा मंदिर , इंटर्नशिप प्रशिक्षु गुलफशा, काजल कुशवाहा, सोनम, शिखा कुशवाहा आदि मौजूद रहें।