Israel Iran War Impact: महंगे ईधन और एयर स्पेस बंद होने से बढ़ेगा खर्च, चिंता से गिरे एविशन कंपनियों के शेयर

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Israel Iran War Impact इजराइल-ईरान संघर्ष के कारण कच्चे तेल की कीमतों में जबरदस्त तेजी देखी गई है। इसके चलते हवाई उड़ानों में लगने वाले फ्यूल की कीमत (Aviation Fuel Price) भी बढ़ी है। इसका असर भारतीय शेयर बाजार पर साफ दिख रहा है। कई विमानन कंपनियों के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई है।

इजरायल और ईरान के बीच शुरू हुए संघर्ष और की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में भारी उछाल (Oil Prices Rise) देखा गया है। इसका असर एविएशन सेक्टर के शेयरों (Aviation Stocks Fall) पर साफ दिख रहा है। भारतीय शेर बाजार भी गिरावट के साथ ओपन हुआ। बाजार खुलते ही इंडिगो और स्पाइसजेट के शेयर धड़ाम-धड़ाम गिरे। इजरायल-ईरान संघर्ष (Israel Iran War Impact) से पहले 12 जून को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के प्लेन क्रैश का असर भी मार्केट पर दिख रहा है।

BSE पर इंटरग्लोब एविएशन यानी इंडिगो के शेयर 5.62 प्रतिशत गिरकर ₹5,175 पर आ गया। वहीं, स्पाइस जेट का शेयर 5.64 प्रतिशत गिरकर ₹42.16 पर आ गया। दोनों कंपनियों के शेयरों में लगातार दूसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। सुबह 11 बजकर 18 मिनट पर स्पाइसजेट के शेयर 2.08 फीसदी गिरकर 43.76 पर ट्रेड कर रहे थे। वहीं, इंडिगो के शेयर इतने ही बजे 3.37 फीसदी गिरकर 5,292 रुपये पर ट्रेड कर रहे हैं।

कच्चे तेल की कीमतों में तेजी

विमानन कंपनी के शेरों में ऐसे समय गिरावट देखी जा रही है जब इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में 13% से अधिक की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। यह बढ़ोतरी मिडिल ईस्ट में इजरायल और ईरान के बीच हुए बढ़ने के कारण हुई है। इजरायल ने ईरान पर हवाई हमले करके उसके प्रमुख परमाणु और सैन्य स्थलों को निशाना बनाया।

विमानन कंपनियों के लिए फ्यूल एक प्रमुख घटक होता है। कच्चे तेल की कीमत में उछाल से एयरलाइन कंपनियों के परिचालन व्यय इजाफा होता है। और इसका सीधा असर कंपनी के शेयरों पर पड़ता है।

इजरायल-ईरान संघर्ष से बढ़ेगा विमानन कंपनियों का खर्च

फ्लाइटराडार 24 के आंकड़ों के अनुसार इजरायल के ईरान पर हमले के बाद शुक्रवार को तड़के ही एयरलाइनों ने इजरायल, ईरान और इराक के ऊपर से अपने हवाई क्षेत्र को खाली कर दिया। कई एयरलाइनों ने उड़ानों डायवर्ट (Europe Flight Diversion) कर दिया तो कई विमान कंपनियों ने उड़ानों को रद्द कर दिया है।

ब्रेंट क्रूड ऑयल की कीमत 9.39% बढ़कर 75.87 डॉलर प्रति बैरल हो गई। वहीं, दूसरी ओर यूएस वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड फ्यूचर्स 9.42% बढ़कर 74.45 डॉलर हो गई है। MCX पर कच्चे तेल की कीमतें 9.19% बढ़कर (₹527.00) ₹6,260.00 प्रति बैरल पर कारोबार कर रही थीं।

विमानन कंपनियों के शेयरों में गिरावट के साथ ओवरऑल मार्केट में भी गिरावट आई है। BSE सेंसेक्स 1,300 अंक से अधिक गिर गया, जबकि NSE निफ्टी 50 शुरुआती कारोबार के दौरान 24,500 के स्तर से नीचे चला गया।

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