जलालपुर, अंबेडकरनगर इस्लाम आपसी भाईचारे का पैगाम देता है।हजरत मोहम्मद मुस्तफा सअ. के नवासे हजरत इमाम हसन व हजरत इमाम हुसैन अ.स ने दीने इस्लाम को बचाने के लिए अपने पूरे खानदान की कुर्बानी दे दी पर इस्लाम को मिटने नहीं दिया। आज इस्लाम पूरी दुनिया में फैला है तो वो इसी खानदान की शहादत की देन है।
उक्त बातें मौलाना तुफैल अब्बास ने कही।
वह बसखारी ब्लाक के बेलापरसा गांव में गुरुवार को दिवंगत सैयद इंतेज़ार मेंहदी (कब्बन) के इसाले सवाब की मजलिस को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने दीने इस्लाम व कर्बला पर रोशनी डालते हुए कहा कि इस्लाम आपसी भाईचारे का पैगाम देता है। हजरत मोहम्मद मुस्तफा के नवासे हजरत इमाम हसन व हजरत इमाम हुसैन अ.स ने दीने इस्लाम को बचाने के लिए अपने पूरे खानदान की कुर्बानी दे दी पर इस्लाम को मिटने नहीं दिया। आज इस्लाम पूरी दुनिया में फैला है तो वो इसी खानदान की शहादत की देन है।
दौराने मजलिस मौलाना ने कहा कि आज हमें जरूरत है कि अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के साथ दीने इस्लाम से भी रूबरू करायें जिससे हमारे इमाम का पैगाम दुनिया तक पहुंच सके। मौलाना अब्बास ने कहा कि मां-बाप को जितना हम खुश रखेंगे अल्लाह पाक हमसे उतना खुश होगा।
मां-बाप हमारे लिए दुनिया में बहुत बड़ी दौलत हैं। हमें उनकी इज्जत व ऐहतराम तथा अदब करना चाहिए। उन्हें किसी तरह की तकलीफ नहीं होने देना चाहिए। उनकी दुवाओं से हम दुनिया में कामयाब जिंदगी गुजार सकते हैं। मौलाना अब्बास ने कर्बला के दिलसोज मंजर को बयान किया तो उपस्थित जनों की आखें नम हो गई।
इस मौके पर सुहैल अब्बास, कुमैल अब्बास, इंतेखाब हैदर एवं कामरान समेत अन्य लोग मौजूद रहे।