नई दिल्ली। ईरान ने सऊदी अरब को सीधे तौर पर परमाणु समझौते के मुद्दे पर कहा कि परमाणु समझौते में रियाज के लिए कोई जगह नहीं है। ईरान की संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के तर्जुमान अबुलफ़ज़्ल अमूई ने परमाणु समझौते या जेसीपीओए के नए सदस्य के बारे में साफ़ तौर पर कहा कि इसके सदस्यों का उल्लेख प्रस्ताव संख्या-2231 किया जा चुका है ऐसे में जेसीपीओए में सऊदी अरब के लिए कोई जगह नहीं है। ईरान की संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के तर्जुमान ने मजीद बताते हुए कहा कि परमाणु कार्यक्रम के बारे में सऊदी अरब की तरफ बहुत सी संदिग्धता पाई जाती हैं।
उन्होंने कहा कि ईरान ने इसका एलान किया है कि रियाज़ के साथ तकनीकी बातचीत की जा सकती है और वह अहम मसले जिस पर सऊदियों के साथ टेबल पर रखा जा सकता है। अबुलफ़ज़्ल अमूई का कहना था कि इस समय ईरान पर लगी रोक को खत्म करने की रणनीति पर काम कर रहा है। उन्होंने साफ़ किया कि परमाणु समझौते के बारे में यूरोपियों की सरगर्मियां व्यर्थ रही हैं। उन्होंने अपने वादों को नहीं निभाया है ऐसे में वादों को पूरा करने का मामला सामने है और दूसरी ओर यूरोपियन से पूछताछ की जाएगी।
ईरान की संसद में राष्ट्रीय सुरक्षा आयोग के प्रवक्ता अबुलफ़ज़्ल अमूई ने परमाणु समझौते के बारे में फ़्रांस के राष्ट्रपति के हालिया दावों की ओर इशारा करते हुए कहा कि फ़्रांसीसी अधिकारियों के यह दावे हकीकत पर आधारित नहीं हैं कि पहले ईरान, परमाणु समझौते में वापस आए। याद रहे कि फ़्रांस के राष्ट्रपति मैक्रां ने पत्रकारों से बात करते हुए इस्लामी गणतंत्र ईरान के साथ संभावित परमाणु बातचीत में सऊदी अरब सहित कुछ क्षेत्रीय देशों की उपस्थिति की मांग की थी।